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कानपुर मुठभेड़ः विकास दुबे की तलाश जारी, कन्नौज पहुंची एसटीएफ की टीम - पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़

कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों के शहादत के बाद अपराधी विकास दुबे की तलाश में पुलिस लगातार चेकिंग कर रही है. इसी कड़ी में देर रात एसटीएम की टीम विकास की तलाश के लिए कन्नौज पहुंची, लेकिऩ यहां भी विकास का कोई पता नहीं चल सका.

अपराधी विकास दुबे की तलाश जारी
अपराधी विकास दुबे की तलाश जारी
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Published : Jul 5, 2020, 2:43 PM IST

कन्नौज: कानपुर जिले में पुलिस पर हमला करके फरार आरोपी विकास दुबे की तलाश में यूपी पुलिस ने चारों तरफ नाकाबंदी कर दी है. अपराधी विकास दुबे के संभावित इलाकों में पुलिस की टीमें और एसटीएफ की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं. विकास की तलाश में कन्नौज पहुंची एसटीएफ ने रात 11 बजे दबिश देकर मानीमऊ इलाके में भी लोगों से जानकारी इकट्ठा की है.

विकास दुबे को पकड़ने के लिए छापेमारी
8 पुलिस कर्मियों की हत्या के जिम्मेदार हत्यारे विकास दुबे की तलाश में डीजीपी ने 100 से ज्यादा टीमों का गठन किया है. इसके अलावा अपराधी को पकड़ने के लिए एसटीएफ को भी जिम्मेदारी दी गई है. इसी कड़ी में शुक्रवार देर रात एसटीएफ की टीम अचानक मानीमऊ क्षेत्र के तिखवा गांव पहुंची. टीम अपनी गाड़ियों को रेलवे लाइन के किनारे खड़ी कर पैदल ही गांव में दाखिल हुई.

टीम को यह जानकारी मिली थी कि विकास का अक्सर इस गांव में आना-जाना लगा रहता था, लेकिन जब टीम वहां पहुंची तो विकास नहीं मिला. इसके बाद टीम लगातार इस गांव पर नजर बनाए हुए है. फिलहाल पुलिस इस जानकारी पर पर्दा डाल रही है, ताकि गुप्त कार्रवाई की जानकारी किसी को न हो.

गुप्त रूप से मिली थी जानकारी
बता दें कि अपराधी विकास की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार सघन चेकिंग अभियान चला रही है. कानपुर से जुड़े बॉर्डर को भी सील कर दिया गया है. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अपराधी विकास वहबलपुर व प्रेमपुर में चार पहिया वाहन में छुपा हुआ है. सूचना पर प्रभारी निरीक्षक शैलेंद्र कुमार मिश्रा तालग्राम रोड होते हुए वहबलपुर गांव पहुंचे और पुलिस चौकी के सामने बैरियर लगाकर चार पहिया वाहनों की जांच-पड़ताल शुरू कर दी. इस दौरान वह गाड़ियां रुकवा कर सवार लोगों के पहचान पत्र देखकर संदिग्धों से पूछताछ भी की.

प्रभारी निरीक्षक शैलेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि इस क्षेत्र में पुलिस पूरी तरह से सतर्क है. किसी ने एक कार की सूचना दी थी. इस संदिग्ध सूचना मिलने पर जांच पड़ताल की गई है. जैसे ही कुछ तथ्य कहीं से भी सामने आते हैं तो कार्रवाई की जाएगी.

क्या थी कानपुर की घटना
बीते 2 जुलाई गुरुवार को कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी थी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलीबारी की, लेकिन पहले से घात लगाकर बैठे बदमाशों के हमले में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए. जिसमें सीओ और एसओ भी शामिल थे. वहीं फायरिंग में 7 पुलिसकर्मी घायल भी हुए, जिनका इलाज चल रहा है.

कन्नौज: कानपुर जिले में पुलिस पर हमला करके फरार आरोपी विकास दुबे की तलाश में यूपी पुलिस ने चारों तरफ नाकाबंदी कर दी है. अपराधी विकास दुबे के संभावित इलाकों में पुलिस की टीमें और एसटीएफ की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं. विकास की तलाश में कन्नौज पहुंची एसटीएफ ने रात 11 बजे दबिश देकर मानीमऊ इलाके में भी लोगों से जानकारी इकट्ठा की है.

विकास दुबे को पकड़ने के लिए छापेमारी
8 पुलिस कर्मियों की हत्या के जिम्मेदार हत्यारे विकास दुबे की तलाश में डीजीपी ने 100 से ज्यादा टीमों का गठन किया है. इसके अलावा अपराधी को पकड़ने के लिए एसटीएफ को भी जिम्मेदारी दी गई है. इसी कड़ी में शुक्रवार देर रात एसटीएफ की टीम अचानक मानीमऊ क्षेत्र के तिखवा गांव पहुंची. टीम अपनी गाड़ियों को रेलवे लाइन के किनारे खड़ी कर पैदल ही गांव में दाखिल हुई.

टीम को यह जानकारी मिली थी कि विकास का अक्सर इस गांव में आना-जाना लगा रहता था, लेकिन जब टीम वहां पहुंची तो विकास नहीं मिला. इसके बाद टीम लगातार इस गांव पर नजर बनाए हुए है. फिलहाल पुलिस इस जानकारी पर पर्दा डाल रही है, ताकि गुप्त कार्रवाई की जानकारी किसी को न हो.

गुप्त रूप से मिली थी जानकारी
बता दें कि अपराधी विकास की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार सघन चेकिंग अभियान चला रही है. कानपुर से जुड़े बॉर्डर को भी सील कर दिया गया है. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अपराधी विकास वहबलपुर व प्रेमपुर में चार पहिया वाहन में छुपा हुआ है. सूचना पर प्रभारी निरीक्षक शैलेंद्र कुमार मिश्रा तालग्राम रोड होते हुए वहबलपुर गांव पहुंचे और पुलिस चौकी के सामने बैरियर लगाकर चार पहिया वाहनों की जांच-पड़ताल शुरू कर दी. इस दौरान वह गाड़ियां रुकवा कर सवार लोगों के पहचान पत्र देखकर संदिग्धों से पूछताछ भी की.

प्रभारी निरीक्षक शैलेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि इस क्षेत्र में पुलिस पूरी तरह से सतर्क है. किसी ने एक कार की सूचना दी थी. इस संदिग्ध सूचना मिलने पर जांच पड़ताल की गई है. जैसे ही कुछ तथ्य कहीं से भी सामने आते हैं तो कार्रवाई की जाएगी.

क्या थी कानपुर की घटना
बीते 2 जुलाई गुरुवार को कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस पर बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी थी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलीबारी की, लेकिन पहले से घात लगाकर बैठे बदमाशों के हमले में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए. जिसमें सीओ और एसओ भी शामिल थे. वहीं फायरिंग में 7 पुलिसकर्मी घायल भी हुए, जिनका इलाज चल रहा है.

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