कन्नौज: जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से मां एवं शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिए विशेष टीकाकरण अभियान की शुरूआत की गई है. कोरोना संक्रमण की वजह से टीकाकरण प्रभावित हो गया था. जिससे जिले के कुछ बच्चे व गर्भवती महिलाएं टीकाकरण से वंचित रह गई थी. छूटे हुए सभी बच्चों व गर्भवती महिलाओं को विशेष टीकाकरण अभियान के तहत टीकाकरण किया जाएगा. इस दौरान कोविड 19 के नियमों का भी ध्यान रखा जाएगा. यह अभियान जिले भर में जनवरी तक चलेगा. जिसमें करीब 1167 बच्चों को टीकाकरण किया जाएगा.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ कृष्ण स्वरूप ने विशेष टीकाकरण अभियान की शुरूआत की. इस दौरान उन्होंने सदर ब्लॉक के देविन टोला मोहल्ला में लगे टीकाकरण बूथ पर 11 माह के राज को पोलियो की खुराक पिलाकर अभियान की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते लॉकडाउन के दौरान टीकाकरण अभियान प्रभावित हुआ था. इससे जिले के कुछ बच्चे एवं गर्भवती महिलाएं टीकाकरण से वंचित रह गई थीं. छूटे हुए शून्य से एक वर्ष तक के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को शत-प्रतिशत टीकाकरण करने के लिए त्रै-मासिक विशेष टीकाकरण अभियान स्वास्थ्य विभाग की तरफ से चलाया जा रहा है.
ये लगाया जाएगा टीका-
उन्होंने बताया कि इस विशेष टीकाकरण अभियान के दौरान गर्भवती को टीडी (टिटनेस-डिप्थीरिया) प्रथम व द्वितीय तथा बूस्टर टीका और बच्चों को बीसीजी, पेंटावाइलेंट, रोटा वायरस, ओपीबी, आईपीबी, एमआर का टीका लगाया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस अभियान में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य है.
टीकाकरण के दौरान कोविड से बचाव के दिए जाएंगे टिप्स
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ रमेश चन्द्रा ने कहा कि टीकाकरण सत्र के दौरान सेंटर पर आने वाले बच्चों व गर्भवती समेत अन्य लोगों को कोविड-19 से बचाव के लिए सामाजिक दूरी का पालन करने, मुंह पर मास्क लगाने और साबुन-पानी या सेनिटाइजर से बार-बार हाथ धोने का परामर्श स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा दिया जाएगा. जिससे लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में न आने पाएं और कोरोना पर नियंत्रण लगाया जा सके.
जनवरी तक चलेगा विशेष टीकाकरण अभियान
जिला कोल्ड चेन मैनेजर इरशाद बेग ने बताया कि यह अभियान नवम्बर से जनवरी 2021 तक चलेगा. इस अभियान के अंतर्गत जनपद में बुधवार व शनिवार के अतिरिक्त अब प्रत्येक सोमवार को भी विशेष टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इस अभियान में उन गर्भवती व बच्चों को लक्षित किया गया है जो अभी तक सम्पूर्ण या आंशिक रूप से टीकाकरण से वंचित रह गए थे. उन्होंने बताया कि अक्टूबर माह में कराए गए सर्वे में जिले में लगभग 1667 बच्चों को टीकाकरण के लिए चिन्हित किया गया है.