कन्नौजः कानपुर से सपा विधायक इरफान सोलंकी को बांग्लादेशी नागरिक रिजवान को गलत तरीके से प्रमाण पत्र जारी करने के आरोप में महाराजगंज जेल में बंद है. कानपुर कोर्ट में पेशी के लिए उन्हें कड़ी सुरक्षा में महराजगंज से लाया जा रहा था. मंगलवार की रात उन्हें जिला कारागार अनौगी में रोका गया. विधायक को एक रात जिला कारागार में काटनी पड़ी. बुधवार की सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस विधायक को कानपुर कोर्ट में पेशी के लिए ले गई. विधायक पर करीब 17 संगीन मुकदमें दर्ज हैं. बुधवार को सुनवाई के बाद कोर्ट ने सपा विधायक को दो मुकदमों में 14 दिन और गैंगस्टर में एक माह की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इसके बाद पेशी के बाद बाहर निकले सपा विधायक ने कहा कि कलम भी इनकी...पेपर भी इनका, जो मर्जी हो वो लिख दें लेकिन अदालत सबकी है.
सपा विधायक इरफान सोलंकी पर कानपुर की रहने वाली एक महिला ने जमीन कब्जाने के लिए घर में आग लगाने का आरोप लगाया था. इसके बाद पुलिस ने विधायक इरफान सोलंकी पर कई मुकदमे दर्ज किए थे. पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर कानपुर जेल भेज दिया था. इसके बाद भी उनकी मुसीबतें लगातार बढ़ती रहीं. इसी दौरान 12 दिसंबर को बांग्लादेश के खुलाना निवासी रिजवान मोहम्मद, उसकी पत्नी, दो बच्चे व ससुर को फर्जी दस्तावेज रखने के आरोप में पकड़ा था.
जांच में सामने आया था कि सपा विधायक इरफान सोलंकी ने बांग्लादेशी नागरिक को गलत तरीके से प्रमाण पत्र जारी किए थे. उन्हीं कागजातों से आधार कार्ड व पासपोर्ट तैयार किए गए थे. इसके बाद पुलिस ने सुरक्षा कारणों से विधायक को कानपुर से महाराजगंज जेल में शिफ्ट कर दिया था. बुधवार को कानपुर कोर्ट में विधायक की पेशी होनी थी. ऐसे में मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच विधायक को महाराजगंज से कानपुर ले जाया जा रहा था.
रात अधिक होने पर विधायक को कन्नौज के अनौगी गांव स्थित जिला जेल में रोक दिया गया. सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच विधायक को जिला जेल से कानपुर ले जाया गया. जिला जेल के कनिष्ठ सहायक पंकज कटियार ने बताया कि विधायक को रात करीब 12 बजे लाया गया था. कानपुर में सुरक्षा कारणों से से नहीं रोका गया. उनको नाइट स्टे करानी थी इसी के चलते जिला जेल में रोका गया था.
सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी को पुलिस कानपुर कोर्ट लेकर पहुंची. सपा विधायक की पेशी को देखते हुए कानपुर कोर्ट के आसपास कई थानों की फोर्स मौजूद रही. वहीं, जैसे ही पुलिस जीप से सपा विधायक इरफान बाहर निकले तो कोर्ट से उन्हें देखने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी. कोर्ट के अंदर जाते-जाते सपा विधायक इरफान सोलंकी ने हाथ हिलाकर सपा कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों का अभिवादन किया.
पेशी से वापस जाने के दौरान पत्रकारों के सवालों के जवाब में भावुक होकर सपा विधायक ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कलम भी इनकी है, पेपर भी इनका है. जो मर्जी हो वो लिख दें, मगर मुझे न्यायलय पर पूरा भरोसा है. सपा विधायक इरफान सोलंकी के वकील गौरव ने बताया कि सपा विधायक को एसीएमएम-3 व गैंगस्टर कोर्ट में पेश किया गया. दोनों पक्षों की ओर से सुनवाई हुई. कोर्ट ने दो मामलों में सपा विधायक को 14 दिन और गैंगस्टर एक्ट के तहत एक माह के लिए न्यायिक अभिरक्षा में रहने का फैसला सुनाया है.
वहीं, जब इरफान पेशी के बाहर निकले तो उनकी आंखों से आंसू निकल रहे थे. हालांकि मुट्ठी बंद करके और हाथ ऊपर उठाकर उन्होंने वहां मौजूद कार्यकर्ताओं को देखा. मानो वह कहना चाह रहे थे की जीत उन्हीं की होगी.
पढ़ेंः सपा विधायक इरफान सोलंकी, उसके भाई सहित कई पर लगा गैंगस्टर एक्ट