कन्नौज: लॉकडाउन के दौरान गरीब, मजदूर और मुसाफिरों को भुखमरी से बचाने के लिए भले ही शासन स्तर से अफसरों को जिम्मेदारी सौंपी गईं हो, लेकिन इस जिम्मेदारी का अच्छे से पालन करवा पाने में प्रशासन विफल हो रहा है. ऐसे में कई समाजसेवी और उनके संगठनों ने गरीबों की मदद करने की इच्छाएं जताईं थी, लेकिन अफसरों ने इस ओर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई और न ही समाजसेवियों को समाजसेवा करने की अनुमति दी.
ईटीवी भारत ने समाजसेवियों को राहत सामाग्री और लोगों की मदद करने का पास न जारी करने की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित की थी. इस खबर के प्रकाशित होने के बाद सोमवार को प्रशासन बैकफुट पर दिखाई दिया.
एसडीएम शैलेश कुमार ने इस बात को गंभीरता से लेते हुए समाजसेवियों से आह्नान करते हुए अपील की है कि जो भी गरीबों की बस्ती और मलिन बस्तियों में पका हुआ भोजन वितरित करना चाहते हैं, वह उनके कार्यालय में सम्पर्क कर सकते हैं.
ऐसे लोगों को सीमित संख्या में पास दिए जाएंगे. इस मैसेज के साथ ही एसडीएम सदन ने जिला मुख्यालय की कुछ मलिन बस्तियों की सूची भी जारी की है, जहां पहुंचकर समाजसेवी गरीबों में भोजन वितरित कर सकते हैं.
यहां समाजसेवी बांट सकते हैं खाना
मलिन बस्ती का नाम | परिवारों की संख्या |
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चैधरीसराय कॉलोनी पूर्वी | 280 |
चैधरीसराय कॉलोनी पश्चिमी | 190 |
पुरानी पुलिस कॉलोनी | 190 |
ईदगाह कॉलोनी | 280 |
बगिया फजल ईमाम | 180 |
लुधपुरी कॉलोनी | 280 |
नगर कोटि कॉलोनी | 190 |
मौसपुर अल्हड | 125 |
कुतलुपुर | 30 |
अम्बेडकरनगर | 25 |
शेखाना मोहल्ला | 20 |
दीदारगंज मोहल्ला | 20 |