कन्नौज: जिले के तालग्राम ब्लॉक क्षेत्र के रौतामई गांव में कई लोग अचानक बुखार के प्रकोप से पीड़ित हैं. ग्रामीणों के मुताबिक गांव में बीते एक माह में सात लोगों की मौत हो चुकी है. साफ-सफाई न होने की वजह से गांव में संक्रमण फैल रहा है. जगह-जगह गंदगी का ढेर लगा हुआ है. दर्जनों लोग बुखार से पीड़ित हैं. आलम यह है कि लोग घरों में ग्लूकोज की बोतल चढ़वा रहे हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है. सात लोगों की मौत होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग को जानकारी तक नहीं है.
तालग्राम ब्लॉक के रौतामई गांव में कई महीनों से लोग बुखार की चपेट में आ रहे हैं. सिर्फ रौतामई गांव में ही एक माह के अंदर सात लोगों की मौत हो चुकी है. ग्रामीणों के मुताबिक सभी लोगों की मौत तेज बुखार की वजह से हुई है. दर्जनों लोग बुखार की चपेट में हैं. वहीं परिजन बुखार से पीड़ित मरीजों का घर पर ही इलाज कराने को मजबूर हैं.
ग्रामीणों में स्वास्थ्य विभाग के प्रति आक्रोश है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में लगातार मौतों का सिलसिला जारी है. इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग को मामले की जानकारी तक नहीं है. जिला प्रशासन भी हाथ पर हाथ धरे हुए बैठा है. गांव में कोई स्वास्थ्य शिविर नहीं लगाया गया है. न ही फॉगिंग की व्यवस्था की गई है.
सालों से नहीं हुई नालों की सफाई
गांव के ही मनोज कश्यप ने बताया कि गांव में नाला बने करीब दस साल हो चुके हैं, लेकिन आज तक नाले की सफाई नहीं हुई. गांव के ही कुछ लोगों को साथ लेकर उन्होंने नाले की साफ-सफाई की है. गांव में न तो ग्राम प्रधान आता है और न ही कोई अधिकारी इस ओर ध्यान दे रहा है. वहीं लगातार बुखार होने से लोगों में दहशत है.
नाले की सफाई के लिए नहीं है बजट
गांव के ही विपिन कुमार ने बताया कि एक माह में सात लोगों की बुखार से मौत हो चुकी है. एक घर में ही दो बच्चों की मौत हो चुकी है. जब प्रधान से नाला सफाई कराने की बात कही गई तो उन्होंने नाला सफाई का बजट न होने की बात कहकर टाल दिया. विपिन ने बताया कि डेंगू फैलने के बाद फॉगिंग तक नहीं कराई गई है. खुद फॉगिंग मशीन खरीद कर लाए हैं, जिससे शाम के समय मच्छरों से बचने के लिए फॉगिंग करते हैं. साफ सफाई न होने की वजह से गांव में गंदगी का अंबार लगा है.