कन्नौज: दूसरों की समस्या को सुलझाने वाला सखी वन स्टॉप सेंटर खुद की समस्या को सुलझाने में पिछले करीब एक साल से लगा हुआ है, लेकिन आज तक उसकी समस्या जस की तस बनी हुई है. सखी वन स्टॉप सेंटर पर महिला हिंसा से पीड़ित महिलाओं की समस्याओं का समाधान किया जाता है. वहीं कन्नौज के सखी वन स्टॉप सेंटर पर काम करने वाली कर्मियों को पिछले 15 महीनों से वेतन नहीं मिल रहा है.
इस कारण इन लोगों के आगे परिवार के भरण पोषण करने की परेशानी खड़ी हो गई है. वेतन न मिलने की दशा में सेंटर पर काम करने वाले कर्मचारी धीरे-धीरे काम छोड़कर जा रहे हैं. इसके साथ ही जो लोग काम कर रहे हैं उनको भी कोई साधन नहीं उपलब्ध हैं. इस कारण महिला हिंसा की समस्या को निपटाने वाले इस सेंटर के आंकड़े भी गिरते जा रहे हैं.
इस मामले को लेकर जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि पिछले वर्ष जुलाई के माह में गर्वनमेंट से एक निर्देश आया था कि वन स्टॉप सेंटर के लिए एक नई ऐजेंसी का चयन कर लिया जाये और उसके माध्यम से इन कर्मियों को लगाया जाये. उसके बाद किन्हीं कारणों से ऐजेंसी का चयन नहीं हो पाया, जिस कारण वन स्टॉप सेंटर के कर्मियों को वेतन नहीं मिल पाया.
जिलाधिकारी ने आगे कहा कि बैठक करके हमने इसकी प्रक्रिया पूरी कर दी है, लेकिन इसी दौरान डीपीओ कोरोना पाॅजिटिव हो गये थे. इस कारण अभी टेंडर की कार्रवाई पूरी नहीं हो पाई है. अब वह आइशोलेशन से बाहर आ गये हैं. अब बहुत जल्द ही टेंडर की कार्रवाई पूरी करके ऐजेंसी का चयन हो जायेगा फिर उनका वेतन भुगतान शुरू हो जायेगा.