कन्नौज की कान्यकुब्ज शिक्षा एवं समाज सेवा समिति के संस्थापक नवाब सिंह यादव ने जयचंद को गद्दार साबित करने वाले को 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है और यह घोषणा कन्नौज किले के चारों ओर बाउंड्री पर लिखवा भी दी है.
कन्नौज के जयचंद को चंदबरदाई ने अपनी पुस्तक में गद्दार बताया है. दरअसल तराइन युद्ध के दो वर्ष बाद कुतुबुद्दीन ऐबक ने कन्नौज पर आक्रमण दिया. जयचंद के पास उस समय थोड़ी सी ही सेना थी, जिससे दुर्भाग्यवश जयचंद के सीने में तीर लग गया और वह युद्ध के मैदान में ही धराशाई हो गया. इसके बाद राजा जयचंदपर पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया. कहा जाता है कि जयचंद ने पृथ्वीराज पर आक्रमण करने के लिए गौरी को भारत बुलाया था और उसे सैनिक सहायता भी दी थी.
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जयचंद को गद्दार साबित करने वाले को कान्यकुब्ज शिक्षा एवं समाज सेवा समिति के संस्थापक नवाब सिंह यादव ने नकद 5 लाख रुपये का इनाम दिए जाने की घोषणा की है. यह इनाम वह निरंतर बढ़ाते ही जा रहे हैं. उनका दावा है कि इतिहास में ऐसा कहीं भी प्रमाण नहीं है, जो जयचंद को गद्दार साबित कर सके.