ETV Bharat / state

कन्नौज: 'मिशन शक्ति' के तहत मानसिक स्वास्थ्य पर जोर, पूरे माह होंगे कार्यक्रम - कन्नौज में मिशन शक्ति के तहत कार्यक्रम

उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में मिशन शक्ति अभियान के तहत नवंबर में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. कार्यक्रम के तहत अलग-अलग थीम पर लोगों को और महिलाओं को महिला अपराध, महिला सुरक्षा और स्वावलंबी बनने के लिए जागरूक किया जाएगा.

पूरे माह होंगे कार्यक्रम
पूरे माह होंगे कार्यक्रम
author img

By

Published : Nov 6, 2020, 3:29 PM IST

कन्नौज: प्रदेश में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए चलाए जा रहे 'मिशन शक्ति' को हर माह अलग-अलग थीम पर मनाने का निर्णय लिया गया है. इस माह की थीम 'मानसिक स्वास्थ्य और मनोसामाजिक मुद्दों से सुरक्षा और सपोर्ट' है. मिशन शक्ति के तहत महिला कल्याण विभाग, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के साथ संयुक्त कार्ययोजना बनाकर इसे चलाया जा रहा है.

चार मुद्दों पर किया जाएगा काम
महिला कल्याण विभाग निदेशक और मिशन शक्ति के नोडल अधिकारी मनोज कुमार राय का कहना है कि मिशन शक्ति के मुख्य उद्देश्यों में महिलाओं और बालिकाओं को स्वावलंबी बनाना, उनमें सुरक्षित परिवेश की अनुभूति कराना और जन जागरूकता पैदा करना शामिल है. आत्म सुरक्षा की कला विकसित करने के लिए महिलाओं और बच्चों को प्रशिक्षित करना और उनके प्रति हिंसा करने वालों की पहचान को उजागर करना है.

मिशन शक्ति के दूसरे चरण में मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोसामाजिक मुद्दों से सुरक्षा और सपोर्ट पर कार्य किया जाना तय किया गया है. इस माह मुख्य रूप से चार स्तरों पर कार्य किया जाएगा. जैसे-मानसिक स्वास्थ्य व मनोसामाजिक सपोर्ट पर जागरूकता, मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के जरूरतमंद व्यक्तियों की पहचान करना, सहायता, सेवा, संरक्षण व सुरक्षा संबंधी निर्णय लेने की क्षमता में विकास करना और उच्च परामर्श के लिए रेफर करने का कार्य किया जाएगा.

जरूरतमंदों को दी जाएगी सहायता
मिशन शक्ति के तहत मानसिक स्वास्थ्य और मनो सामाजिक सपोर्ट पर जिनको सेवाएं दी जानी हैं, उन्हें चिह्नित किया जा रहा है. इनमें आश्रय गृहों में रहने वाली महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, फिर चाहे उनके खिलाफ किसी प्रकार का अपराध या हिंसा क्यों न हुई हो. इसके अलावा पॉक्सो एक्ट या यौन हिंसा से पीड़ित बच्चे व महिलाओं को भी मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे पर सपोर्ट दिया जाएगा. ऐसे परिवार या व्यक्ति जिन्होंने कोविड-19 के कारण अपने सगे-संबंधियों को खोया है, उन्हें इस अभियान के तहत मदद पहुंचाई जाएगी. साथ ही कोविड-19 के दौरान लैंगिक हिंसा से जीवित, संघर्षरत, व्यक्ति विशेष, बच्चे, महिलाएं और उनके परिवार को भी मदद पहुंचाई जाएगी.

मदद के लिए हाथ बढ़ाने की अपील
मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे पर महिलाओं और बालिकाओं को जागरूक करने के लिए नि:शुल्क सेवा देने के इच्छुक लोगों से मदद के हाथ बढ़ाने की अपील भी की गई है. निदेशक महिला कल्याण का कहना है कि मिशन शक्ति अभियान के तहत जिलों में भौतिक व ऑनलाइन माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य व मनो सामाजिक सपोर्ट सेवाएं दी जाएंगी. इसके लिए मनोवैज्ञानिकों, मनोवैज्ञानिक संस्थानों, संस्थाओं, विश्व विद्यालयों, विशेषज्ञों, अनुभवी व्यक्तियों जो लोग मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोसामाजिक सपोर्ट सेवाएं मुफ्त में प्रदान करने के इच्छुक हैं, वे सम्बंधित जिले के प्रोबेशन अधिकारियों या जिला कार्यक्रम अधिकारियों से संपर्क कर इस मुहिम में सहयोग कर सकते हैं.

पूरे माह चलेंगे कार्यक्रम
ग्राम, ब्लाक और जनपद स्तर पर 16 नवम्बर को वयस्कों में मानसिक स्वास्थ्य और मनो सामाजिक आवश्यकताएं, मुद्दे और सपोर्ट प्रणाली के तहत संध्या चौपाल, नुक्कड़ नाटक, फोक शो, वेबिनार, सेमिनार आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा 'बेटियों से पहचान' थीम पर 18 नवम्बर को जनजागरूकता कार्यक्रम ग्राम से लेकर जिला स्तर पर आयोजित होंगे. इसके तहत परिवारों और दुकानदारों को जागरूक किया जाएगा कि वह अपने घरों और दुकानों को परिवार की महिलाओं व बेटियों के नाम पर पहचान दें.

20 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस है. इस अवसर पर ग्राम से लेकर जिला स्तर पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में बच्चों और किशोरों की सुरक्षा व मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोसामाजिक आवश्यकताओं जैसे मुद्दों और सपोर्ट प्रणाली पर भौतिक शक्ति संवाद किया जाएगा. 23 नवम्बर को ग्राम, ब्लाक व जनपद स्तर पर बाल विवाह, बाल श्रम, बाल तस्करी रोकथाम के दौरान मानसिक स्वास्थ्य व परामर्श से जुड़े मुद्दे पर प्रतियोगिताएं, प्रश्नोत्तरी, रैली, समूह चर्चा आदि आयोजित होंगे. 25 नवम्बर को 'हक़ की बात जिलाधिकारी के साथ' कार्यक्रम आयोजित होगा. इसके तहत यौन हिंसा, लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा और दहेज हिंसा आदि के बारे में संरक्षण, सुरक्षा तंत्र, सुझावों और मदद के लिए दो घंटे के पारस्परिक संवाद का आयोजन किया जाएगा.

कन्नौज: प्रदेश में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए चलाए जा रहे 'मिशन शक्ति' को हर माह अलग-अलग थीम पर मनाने का निर्णय लिया गया है. इस माह की थीम 'मानसिक स्वास्थ्य और मनोसामाजिक मुद्दों से सुरक्षा और सपोर्ट' है. मिशन शक्ति के तहत महिला कल्याण विभाग, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के साथ संयुक्त कार्ययोजना बनाकर इसे चलाया जा रहा है.

चार मुद्दों पर किया जाएगा काम
महिला कल्याण विभाग निदेशक और मिशन शक्ति के नोडल अधिकारी मनोज कुमार राय का कहना है कि मिशन शक्ति के मुख्य उद्देश्यों में महिलाओं और बालिकाओं को स्वावलंबी बनाना, उनमें सुरक्षित परिवेश की अनुभूति कराना और जन जागरूकता पैदा करना शामिल है. आत्म सुरक्षा की कला विकसित करने के लिए महिलाओं और बच्चों को प्रशिक्षित करना और उनके प्रति हिंसा करने वालों की पहचान को उजागर करना है.

मिशन शक्ति के दूसरे चरण में मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोसामाजिक मुद्दों से सुरक्षा और सपोर्ट पर कार्य किया जाना तय किया गया है. इस माह मुख्य रूप से चार स्तरों पर कार्य किया जाएगा. जैसे-मानसिक स्वास्थ्य व मनोसामाजिक सपोर्ट पर जागरूकता, मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के जरूरतमंद व्यक्तियों की पहचान करना, सहायता, सेवा, संरक्षण व सुरक्षा संबंधी निर्णय लेने की क्षमता में विकास करना और उच्च परामर्श के लिए रेफर करने का कार्य किया जाएगा.

जरूरतमंदों को दी जाएगी सहायता
मिशन शक्ति के तहत मानसिक स्वास्थ्य और मनो सामाजिक सपोर्ट पर जिनको सेवाएं दी जानी हैं, उन्हें चिह्नित किया जा रहा है. इनमें आश्रय गृहों में रहने वाली महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, फिर चाहे उनके खिलाफ किसी प्रकार का अपराध या हिंसा क्यों न हुई हो. इसके अलावा पॉक्सो एक्ट या यौन हिंसा से पीड़ित बच्चे व महिलाओं को भी मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे पर सपोर्ट दिया जाएगा. ऐसे परिवार या व्यक्ति जिन्होंने कोविड-19 के कारण अपने सगे-संबंधियों को खोया है, उन्हें इस अभियान के तहत मदद पहुंचाई जाएगी. साथ ही कोविड-19 के दौरान लैंगिक हिंसा से जीवित, संघर्षरत, व्यक्ति विशेष, बच्चे, महिलाएं और उनके परिवार को भी मदद पहुंचाई जाएगी.

मदद के लिए हाथ बढ़ाने की अपील
मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे पर महिलाओं और बालिकाओं को जागरूक करने के लिए नि:शुल्क सेवा देने के इच्छुक लोगों से मदद के हाथ बढ़ाने की अपील भी की गई है. निदेशक महिला कल्याण का कहना है कि मिशन शक्ति अभियान के तहत जिलों में भौतिक व ऑनलाइन माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य व मनो सामाजिक सपोर्ट सेवाएं दी जाएंगी. इसके लिए मनोवैज्ञानिकों, मनोवैज्ञानिक संस्थानों, संस्थाओं, विश्व विद्यालयों, विशेषज्ञों, अनुभवी व्यक्तियों जो लोग मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोसामाजिक सपोर्ट सेवाएं मुफ्त में प्रदान करने के इच्छुक हैं, वे सम्बंधित जिले के प्रोबेशन अधिकारियों या जिला कार्यक्रम अधिकारियों से संपर्क कर इस मुहिम में सहयोग कर सकते हैं.

पूरे माह चलेंगे कार्यक्रम
ग्राम, ब्लाक और जनपद स्तर पर 16 नवम्बर को वयस्कों में मानसिक स्वास्थ्य और मनो सामाजिक आवश्यकताएं, मुद्दे और सपोर्ट प्रणाली के तहत संध्या चौपाल, नुक्कड़ नाटक, फोक शो, वेबिनार, सेमिनार आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा 'बेटियों से पहचान' थीम पर 18 नवम्बर को जनजागरूकता कार्यक्रम ग्राम से लेकर जिला स्तर पर आयोजित होंगे. इसके तहत परिवारों और दुकानदारों को जागरूक किया जाएगा कि वह अपने घरों और दुकानों को परिवार की महिलाओं व बेटियों के नाम पर पहचान दें.

20 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस है. इस अवसर पर ग्राम से लेकर जिला स्तर पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में बच्चों और किशोरों की सुरक्षा व मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोसामाजिक आवश्यकताओं जैसे मुद्दों और सपोर्ट प्रणाली पर भौतिक शक्ति संवाद किया जाएगा. 23 नवम्बर को ग्राम, ब्लाक व जनपद स्तर पर बाल विवाह, बाल श्रम, बाल तस्करी रोकथाम के दौरान मानसिक स्वास्थ्य व परामर्श से जुड़े मुद्दे पर प्रतियोगिताएं, प्रश्नोत्तरी, रैली, समूह चर्चा आदि आयोजित होंगे. 25 नवम्बर को 'हक़ की बात जिलाधिकारी के साथ' कार्यक्रम आयोजित होगा. इसके तहत यौन हिंसा, लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा और दहेज हिंसा आदि के बारे में संरक्षण, सुरक्षा तंत्र, सुझावों और मदद के लिए दो घंटे के पारस्परिक संवाद का आयोजन किया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.