कन्नौज: प्रदेश भर में फर्जी शिक्षकों के लगातार मामले सामने आ रहे हैं. इसको लेकर अब शासन-प्रशासन ने नकेल कसना शुरू कर दिया है. इसी क्रम में बेसिक शिक्षा विभाग ने फर्जी शिक्षकों पर सख्त रवैया अपनाया है. बेसिक शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह और संयुक्त शिक्षा निदेशक गणेश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
इस दौरान उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के बीएसए को दिशा-निर्देश दिए. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रदेश के सभी जिलों के डीएम को संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय बनारस से उत्तीर्ण होकर नौकरी करने वाले शिक्षकों की सूची उपलब्ध कराने को कहा गया.
जांच के घेरे में संपूर्णानंद विश्वविद्यालय बनारस से उत्तीर्ण शिक्षक
प्रदेश भर में लगातार सामने आ रहे फर्जी शिक्षकों के मामलों को देखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने सख्त रुख अपनाया है. इसी क्रम बेसिक शिक्षा विभाग ने संपूर्णानंद विश्वविद्यालय बनारस से डिग्री धारी शिक्षकों को जांच के दायरे में रखा है. इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्रदेश के सभी जिलों के डीएम से ऐसे शिक्षकों की जानकारी मांगी है.
बताते चलें कि शिक्षकों का फर्जीवाड़ा रोकने के लिए जिला स्तर पर गोपनीय तरीके से जांच व सत्यापन किया जा रहा है. कन्नौज जिले में ऐसे 8 शिक्षक हैं, जिनके अभिलेखों की बारीकी से जांच की जा रही है. इन शिक्षकों के दस्तावेज में गड़बड़ी मिलने पर इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के.के.ओझा ने बताया कि इस बार सभी जिले में नौकरी करने वाले शिक्षकों का दोबारा सत्यापन कराया जाएगा. शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों में खामियां मिलने पर इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.