कन्नौज: शहीद की पत्नी कार्यक्रम की परमिशन के लिए जिलाधिकारी की चौखट पर भटक रही है. ताजा मामला कन्नौज का है, जहां पुलवामा हमले में शहीद हुए प्रदीप सिंह यादव की पत्नी नीरज यादव अपने पति के पैतृक गांव में शहीद दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि और शहादत समारोह कार्यक्रम करना चाहती हैं, लेकिन इसकी अनुमति पुलिस नहीं दे रही है.
गुरुवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची शहीद की पत्नी नीरज यादव ने जिलाधिकारी रविंद्र कुमार से मिलकर कार्यक्रम की अनुमति मांगी है. शहीद की पत्नी ने बताया कि उनके पति 2019 में 14 फरवरी को पुलवामा हमले में शहीद हो गए थे, तो उनका प्रथम शहीद दिवस मनाने के लिए जिलाधिकारी को कार्ड देने के लिए वह आई थी कि डीएम भी कार्यक्रम में पहुंचें और देखें.
उन्होंने बताया कि वह कार्यक्रम रखना चाहती हैं, लेकिन इसकी अनुमति थानाध्यक्ष इंदरगढ़ द्वारा देने से साफ मना कर दिया गया. थानाध्यक्ष का कहना है कि आपको लिखित देना होगा, तभी शहीद दिवस मना सकते हैं. मैं पूछना चाहती हूं कि शहीद के नाम पर क्या परमिशन? जब देश के लिए शहीद हुए थे तो क्या किसी ने परमिशन दी थी?
नीरज यादव ने कहा कि डीएम साहब ने बोला कि आप जाइए और आराम से कार्यक्रम करिए. वहीं मौके पर मौजूद एसडीएम हरीराम यादव ने बताया कि जिलाधिकारी ने पुलिस से जांच करने के लिए कहा है ताकि कार्यक्रम के आयोजन से शांति व्यवस्था को खतरा न हो.
बता दें कि प्रदीप सिंह यादव श्रीनगर में सीआरपीएफ की 115 बटालियन में सिपाही थे. पुलवामा अटैक के चार दिन पहले वह छुट्टी से वापस लौटे थे. उनकी दो बेटियां सुप्रिया यादव और सोना यादव हैं. वह तिर्वा के अजान-सुखसेनपुर के रहने वाले थे.
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