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मायके वालों ने जलती चिता से निकाला विवाहिता का शव, बिना जानकारी दिए किया जा रहा था अंतिम संस्कार - चिता से निकाला विवाहिता का शव

कन्नौज में जलती चिता से निकाला विवाहिता का शव मायकों वालों ने निकाल लिया. मायके के लोगों ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया है. पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

चिता से निकाला विवाहिता का शव
चिता से निकाला विवाहिता का शव
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Published : Mar 27, 2023, 10:25 PM IST

कन्नौज: सौरिख थाना क्षेत्र के नगला बिहारी गांव में विवाहिता की इलाज के दौरान मौत हो गई. ससुरालीजनों ने मायके पक्ष को जानकारी दिए बगैर ही गुपचुप तरीके से शव का अंतिम संस्कार करने लगे. मौके पर पहुंचे परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए जलती हुई चिता से अधजले शव को बाहर निकाल लिया. मायका पक्ष ने जमकर हंगामा काटा व तोड़फोड़ की. माहौल बिगड़ता देख पति व ससुरालीजन मौके से भाग निकले. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को मोचर्री में रखवा दिया. मायके पक्ष ने दहेज के लिए प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.


दरअसल, सौरिख थाना के चपुन्ना चौकी क्षेत्र के शिव सिंहपुर गांव निवासी ओंकर सिंह की पुत्री पूजा की शादी 7 दिसम्बर 2021 को नगला बिहारी गांव निवासी हिमांशु के साथ हुई थी. सोमवार को पूजा की पीजीआई लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई. आरोप है कि ससुराल पक्ष के लोगों ने मायके पक्ष को सूचना दिए बगैर देर रात सूनसान स्थान पर गुपचुप तरीके से शव का अंतिम संस्कार कर दिया. शव को जलाए जाने की सूचना पर मायके पक्ष के लोग मौके पर पहुंच गए.

मायके वालों ने जलती हुई जिता से अधजला शव बाहर निकाल कर हंगामा शुरू कर दिया. इसी दौरान मौका पाकर ससुरालीजन शव को छोड़कर फरार हो गए. मृतका पूजा के भाई दीपक ने आरोप लगाया है कि ससुराल पक्ष के लोगों ने बहन की शादी में 15 लाख रुपये दहेज की मांग की थी. जिसमें 13 लाख रुपए दे दिए थे. इसके बावजूद बहन पर रुपये लाने का दबाव बनाते थे.

साथ ही उसको मानसिक व शारीरिक प्रताड़ित करते थे. आरोप लगाया है कि बहन गर्भवती थी. पति हिमांशु ने उसके पेट में लात मार दी थी. जिससे उसकी हालत बिगड़ गई. परिजन उसको इलाज के लिए 17 जनवरी को फतेहगढ़ इलाज के लिए ले गए. वहां ऑपरेशन ठीक न होने पर उसको कानपुर ले गए. जब कानपुर में भी इलाज से आराम नहीं मिला तो उसको लखनऊ पीजीआई ले गए. जहां सोमवार को उसकी मौत हो गई. भाई मनीष एंबुलेंस में शव के साथ आ रहा था.

जबकि अन्य लोग एक्सप्रेस वे के कट 154 किलोमीटर पर बहन के शव का इंतजार कर रहे थे. लेकिन, ससुराल वाले चकमा देकर शव को बिना बताए ले गए. एंबुलेंस में साथ आ रहे भाई के साथ मारपीट कर उसका फोन छीन लिया. बिना सूचना दिए गुपचुप तरीके से शव का अंतिम संस्कार कर रहे थे. ग्रामीणों की मदद से शव को जलती हुई चिता से बाहर निकाला. वहीं हंगामे की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी विक्रम सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद शव को कब्जे में लेकर मोचर्री में रखवा दिया. कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद परिजनों का गुस्सा का शांत हुआ. थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

यह भी पढ़ें: मेरठ में युवक के मुंह पर कालिख पोत सिर गंजा किया, पहनाई जूतों की माला

कन्नौज: सौरिख थाना क्षेत्र के नगला बिहारी गांव में विवाहिता की इलाज के दौरान मौत हो गई. ससुरालीजनों ने मायके पक्ष को जानकारी दिए बगैर ही गुपचुप तरीके से शव का अंतिम संस्कार करने लगे. मौके पर पहुंचे परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए जलती हुई चिता से अधजले शव को बाहर निकाल लिया. मायका पक्ष ने जमकर हंगामा काटा व तोड़फोड़ की. माहौल बिगड़ता देख पति व ससुरालीजन मौके से भाग निकले. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को मोचर्री में रखवा दिया. मायके पक्ष ने दहेज के लिए प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.


दरअसल, सौरिख थाना के चपुन्ना चौकी क्षेत्र के शिव सिंहपुर गांव निवासी ओंकर सिंह की पुत्री पूजा की शादी 7 दिसम्बर 2021 को नगला बिहारी गांव निवासी हिमांशु के साथ हुई थी. सोमवार को पूजा की पीजीआई लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई. आरोप है कि ससुराल पक्ष के लोगों ने मायके पक्ष को सूचना दिए बगैर देर रात सूनसान स्थान पर गुपचुप तरीके से शव का अंतिम संस्कार कर दिया. शव को जलाए जाने की सूचना पर मायके पक्ष के लोग मौके पर पहुंच गए.

मायके वालों ने जलती हुई जिता से अधजला शव बाहर निकाल कर हंगामा शुरू कर दिया. इसी दौरान मौका पाकर ससुरालीजन शव को छोड़कर फरार हो गए. मृतका पूजा के भाई दीपक ने आरोप लगाया है कि ससुराल पक्ष के लोगों ने बहन की शादी में 15 लाख रुपये दहेज की मांग की थी. जिसमें 13 लाख रुपए दे दिए थे. इसके बावजूद बहन पर रुपये लाने का दबाव बनाते थे.

साथ ही उसको मानसिक व शारीरिक प्रताड़ित करते थे. आरोप लगाया है कि बहन गर्भवती थी. पति हिमांशु ने उसके पेट में लात मार दी थी. जिससे उसकी हालत बिगड़ गई. परिजन उसको इलाज के लिए 17 जनवरी को फतेहगढ़ इलाज के लिए ले गए. वहां ऑपरेशन ठीक न होने पर उसको कानपुर ले गए. जब कानपुर में भी इलाज से आराम नहीं मिला तो उसको लखनऊ पीजीआई ले गए. जहां सोमवार को उसकी मौत हो गई. भाई मनीष एंबुलेंस में शव के साथ आ रहा था.

जबकि अन्य लोग एक्सप्रेस वे के कट 154 किलोमीटर पर बहन के शव का इंतजार कर रहे थे. लेकिन, ससुराल वाले चकमा देकर शव को बिना बताए ले गए. एंबुलेंस में साथ आ रहे भाई के साथ मारपीट कर उसका फोन छीन लिया. बिना सूचना दिए गुपचुप तरीके से शव का अंतिम संस्कार कर रहे थे. ग्रामीणों की मदद से शव को जलती हुई चिता से बाहर निकाला. वहीं हंगामे की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी विक्रम सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद शव को कब्जे में लेकर मोचर्री में रखवा दिया. कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद परिजनों का गुस्सा का शांत हुआ. थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

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