ETV Bharat / state

कन्नौज : प्रधान बोले- पूरा प्रदेश फर्जी ODF, वाहवाही के लिए कागजों पर पूरा हो रहा काम - कन्नौज न्यूज

जनपद के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार का कहना है कि ओडीएफ घोषित करने के लिए जनपद में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने बड़ी मेहनत के साथ काम किया है और बेसलाइन सर्वे के आधार पर सितंबर माह में ही जनपद को ओडीएफ घोषित कर दिया गया.

लोगों से बातचीत करते राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विपिन मिश्रा
author img

By

Published : Feb 27, 2019, 1:47 PM IST

कन्नौज : उत्तर प्रदेश के शत-प्रतिशत ओडीएफ घोषित हो जाने का प्रदेश सरकार दावा कर रही है, लेकिन ओडीएफ काम को पूरा करने वाले खुद प्रधान ही इस बात से साफ इंकार कर रहे हैं. वे उल्टा सरकार पर ही आरोप लगा रहे हैं कि सरकार गांवों को फर्जी ओडीएफ बता रही है.

इसके साथ इसमें हुए घोटालों का भी पर्दाफाश कर रहे प्रधान संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने जो बातें कही हैं, वह सरकार को हिला कर रख देने वाली हैं. आइए देखते हैं कन्नौज से यह स्पेशल रिपोर्ट-

ओडीएफ के बारे में जिलाधिकारी ने दी जानकारी

सन् 2011 की आर्थिक गणना की बेसलाइन को लेकर प्रदेश सरकार ने प्रदेश को शौचमुक्त करने के लिए शौचालय बनवाए जाने को लेकर शौचालय का पैसा दिया, जिसके बाद गांव-गांव और शहर-शहर शौचालय बनवाए जाने के लिए लाभार्थियों को शौचालय देने के लिए प्रधानों को धनराशि दी गई. यूपी में 2,44,000 ग्राम सभा में तैयार हुए शौचालयों का घोटाले का औसत निकाला जाए तो आप भी चौक जाएंगे. इसका खुलासा खुद ग्राम प्रधानों ने किया है.

क्या कहना है अखिल भारतीय प्रधान संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का
अखिल भारतीय प्रधान संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विपिन मिश्रा का साफ तौर पर कहना है कि प्रदेश सरकार ने फर्जी ओडीएफ घोषित कर दिया. एक भी गांव ओडीएफ नहीं है.

प्रधानों द्वारा बताई गई यह सच्चाई कि प्रदेश को ओडीएफ फर्जी घोषित किया गया है, इसके बावजूद अधिकारी सरकार की मंशा के अनुसार, काम करने की बात कह रहे हैं. जनपद के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार का कहना है कि ओडीएफ घोषित करने के लिए जनपद में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने बड़ी मेहनत के साथ काम किया है और बेसलाइन सर्वे के आधार पर सितंबर माह में ही जनपद को ओडीएफ घोषित कर दिया गया.

undefined

इसके बाद संज्ञान में आया कि जो बेसलाइन सर्वे के बाहर से वह छूट गए हैं, यह बात शासन तक पहुंची. इसके बाद शासन ने पुनः निर्देश दिए कि जो लोग बेसलाइन सर्वे से बाहर हैं, उनका भी सर्वे कराया जाए और उनको भी शौचालय उपलब्ध कराया जाए, जिसके बाद जनपद में 26000 शौचालय का पुनः चिन्हांकन किया गया, जिसके निर्माण कार्य का काम युद्धस्तर पर चल रहा है.

कन्नौज : उत्तर प्रदेश के शत-प्रतिशत ओडीएफ घोषित हो जाने का प्रदेश सरकार दावा कर रही है, लेकिन ओडीएफ काम को पूरा करने वाले खुद प्रधान ही इस बात से साफ इंकार कर रहे हैं. वे उल्टा सरकार पर ही आरोप लगा रहे हैं कि सरकार गांवों को फर्जी ओडीएफ बता रही है.

इसके साथ इसमें हुए घोटालों का भी पर्दाफाश कर रहे प्रधान संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने जो बातें कही हैं, वह सरकार को हिला कर रख देने वाली हैं. आइए देखते हैं कन्नौज से यह स्पेशल रिपोर्ट-

ओडीएफ के बारे में जिलाधिकारी ने दी जानकारी

सन् 2011 की आर्थिक गणना की बेसलाइन को लेकर प्रदेश सरकार ने प्रदेश को शौचमुक्त करने के लिए शौचालय बनवाए जाने को लेकर शौचालय का पैसा दिया, जिसके बाद गांव-गांव और शहर-शहर शौचालय बनवाए जाने के लिए लाभार्थियों को शौचालय देने के लिए प्रधानों को धनराशि दी गई. यूपी में 2,44,000 ग्राम सभा में तैयार हुए शौचालयों का घोटाले का औसत निकाला जाए तो आप भी चौक जाएंगे. इसका खुलासा खुद ग्राम प्रधानों ने किया है.

क्या कहना है अखिल भारतीय प्रधान संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का
अखिल भारतीय प्रधान संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विपिन मिश्रा का साफ तौर पर कहना है कि प्रदेश सरकार ने फर्जी ओडीएफ घोषित कर दिया. एक भी गांव ओडीएफ नहीं है.

प्रधानों द्वारा बताई गई यह सच्चाई कि प्रदेश को ओडीएफ फर्जी घोषित किया गया है, इसके बावजूद अधिकारी सरकार की मंशा के अनुसार, काम करने की बात कह रहे हैं. जनपद के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार का कहना है कि ओडीएफ घोषित करने के लिए जनपद में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने बड़ी मेहनत के साथ काम किया है और बेसलाइन सर्वे के आधार पर सितंबर माह में ही जनपद को ओडीएफ घोषित कर दिया गया.

undefined

इसके बाद संज्ञान में आया कि जो बेसलाइन सर्वे के बाहर से वह छूट गए हैं, यह बात शासन तक पहुंची. इसके बाद शासन ने पुनः निर्देश दिए कि जो लोग बेसलाइन सर्वे से बाहर हैं, उनका भी सर्वे कराया जाए और उनको भी शौचालय उपलब्ध कराया जाए, जिसके बाद जनपद में 26000 शौचालय का पुनः चिन्हांकन किया गया, जिसके निर्माण कार्य का काम युद्धस्तर पर चल रहा है.

Intro: यूपी में ओडीएफ का सच : नहीं हुआ यूपी ओडीएफ ---------------- उत्तर प्रदेश को शत- प्रतिशत ओडीएफ घोषित हो जाने का प्रदेश सरकार दावा कर रही है , लेकिन ओडीएफ काम को पूरा करने वाले खुद प्रधान ही इस बात से साफ इंकार कर रहे हैं और उल्टा सरकार पर ही आरोप लगा रहे हैं कि सरकार फर्जी बता रही है। इसके साथ इस में हुए घोटालों का भी पर्दाफाश कर रहे प्रधान संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने जो बातें कही हैं वह सरकार को हिला कर रख देने वाली हैं। आइए देखते हैं कन्नौज से यह एक्सक्लूसिव और इस स्पेशल रिपोर्ट।


Body:सन 2011 की आर्थिक गणना की बेसलाइन को लेकर प्रदेश सरकार ने प्रदेश को शौचमुक्त करने के लिए शौचालय बनवाए जाने को लेकर शौचालय का पैसा दिया । जिसके बाद गांव- गांव और शहर-शहर शौचालय बनवाए जाने के लिए लाभार्थियों को शौचालय देने के लिए प्रधानों को धनराशि दी गई । यूपी में 2,44,000 ग्राम सभा में तैयार हुए शौचालयों का घोटाले का औसत निकाला जाए तो आप भी चौक जाएंगे , जिसका खुलासा खुद ग्राम प्रधानों ने किया है। अखिल भारतीय प्रधान संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विपिन मिश्रा का साफ तौर पर कहना है कि प्रदेश सरकार ने फर्जी ओडीएफ घोषित कर दिया पूरा प्रदेश फर्जी ओडीएफ है । एक भी गांव ओडीएफ नहीं है। कोई गांव ओडीएफ नहीं है हुआ है, क्योंकि वाह- वाही लूटने के लिए ओडीएफ कर रहे हैं और जो सरकार की बदनामी हो रही है , उसके पीछे सबसे बड़ा कारण पंचायत राज निदेशक और पंचायती राज मंत्री के पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने नकारा बता दिया । बाइट - विपिन मिश्रा - राष्ट्रीय उपाध्यक्ष - अखिल भारतीय प्रधान संगठन


Conclusion:प्रधानों द्वारा बताई गई यह सच्चाई कि प्रदेश को ओडीएफ फर्जी घोषित किया गया है। इसके बावजूद अधिकारी सरकार की मंशा के अनुसार काम करने की बात कह रहे हैं। जनपद के जिला अधिकारी रविंद्र कुमार का कहना है कि ओडीएफ घोषित करने के लिए जनपद में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने बड़ी मेहनत के साथ काम किया है और बेसलाइन सर्वे के आधार पर सितंबर माह में ही जनपद को ओडीएफ घोषित कर दिया गया। इसके बाद संज्ञान में आया कि जो बेसलाइन सर्वे के बाहर से वह छूट गए हैं यह बात शासन तक पहुंची। इसके बाद शासन ने पुनः निर्देश दिए कि जो लोग बेसलाइन सर्वे से बाहर हैं, उनका भी सर्वे कराया जाए । और उनको भी शौचालय उपलब्ध कराया जाए। जिसके बाद जनपद में 26000 शौचालय का पुनः चिन्हांकन किया गया , जिसके निर्माण कार्य का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। बाइट - रविंद्र कुमार - जिला अधिकारी कन्नौज कन्नौज से पंकज श्रीवास्तव 9415168969
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.