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कन्नौज: तीस हजारी कोर्ट मामले में अधिवक्ताओं ने की हड़ताल, ADM को सौंपा ज्ञापन

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Published : Nov 5, 2019, 12:04 PM IST

दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में अधिवक्ताओं और पुलिस के बीच हुई झड़प को लेकर कन्नौज बार एसोसिएशन ने कलम बन्द हड़ताल का निर्णय लिया है. अधिवक्ताओं का कहना है कि कोर्ट परिसर में पुलिसकर्मियों को हथियार ले जाने की अनुमति न दी जाए.

अधिवक्ताओं ने एडीएम को सौंपा ज्ञापन.

कन्नौज: दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में अधिवक्ताओं और पुलिस के बीच हुई तीखी झड़प हुई थी. इस झड़प में कई अधिवक्ता गम्भीर रूप से घायल हो गए थे. इस घटना को लेकर कन्नौज बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं में रोष व्याप्त है. इसके विरोध में कन्नौज बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने आपातकालीन बैठक कर एक दिवसीय कलम बन्द हड़ताल का निर्णय लिया है. अधिवक्ता दिनभर न्यायिक कार्य से अलग रहेंगे.

अधिवक्ताओं ने एडीएम को सौंपा ज्ञापन.

अधिवक्ताओं ने तीस हजारी अदालत में पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज व फायरिंग से घायल अधिवक्ताओं के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए जमकर विरोध किया. साथ ही कानपुर के नौबस्ता थाने में पुलिस द्वारा कानपुर बार एसोसिएशन के महामंत्री समेत 154 अधिवक्ताओं पर दर्ज किए गए मुकदमे की निंदा की. अधिवक्ताओं का कहना था कि पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं के साथ अमानवीय व्यवहार व अभद्रता की गई है. जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

छिबरामऊ तहसील में सोमवार को हुई थी बैठक
वहीं जनपद न्यायालय और छिबरामऊ तहसील के वकीलों ने सोमवार को बैठक बुलाई थी. इस बैठक में दिल्ली और कानपुर में पुलिस व वकीलों के बीच हुए बवाल को लेकर चर्चा की गई. यहां वकीलों ने बैठक में चर्चा करते हुए न्यायिक कार्यों के बहिष्कार का फैसला लिया. वकीलों के आंदोलन की भनक लगते ही कलक्ट्रेट परिसर में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया. इस बीच कन्नौज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष फहीम जमां खां और महासचिव प्रेमचन्द्र शर्मा के नेतृत्व में वकीलों ने कलक्ट्रेट पहुंच कर राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी को सौंपा.

ये भी पढ़ें- कानपुर देहात: केशव प्रसाद मौर्य ने किया 60 करोड़ की लागत की परियोजनाओं का शिलान्यास

वकीलों ने एक अन्य ज्ञापन में कहा है कि कानपुर के नौबस्ता थाने में कानपुर बार एसोसिएशन के महासचिव समेत 154 वकीलों से अभद्रता करते हुए पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है, जो कि वकीलों के साथ पुलिस के बर्बर रवैये को दर्शता है. दूसरी ओर छिबरामऊ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव व महासचिव पंकज मिश्रा ने ने भी दिल्ली और कानपुर की घटनाओं को विरोध करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और न्यायिक कार्यों से बिरत रहे.

दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में जिस प्रकार पुलिस ने हमारे अधिवक्ताओं के ऊपर हमला किया. सर्विस रिवाल्वर व राइफल से फायरिंग की गई, जिसमें हमारे कई साथी अधिवक्ता गम्भीर रूप से घायल हो गए हैं. कोर्ट परिसर में पुलिसकर्मियों को हथियार ले जाने की अनुमति न दी जाए.
-फहीम जमां खा, पूर्व अध्यक्ष, बार एसोसिएशन, कन्नौज
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कन्नौज: दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में अधिवक्ताओं और पुलिस के बीच हुई तीखी झड़प हुई थी. इस झड़प में कई अधिवक्ता गम्भीर रूप से घायल हो गए थे. इस घटना को लेकर कन्नौज बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं में रोष व्याप्त है. इसके विरोध में कन्नौज बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने आपातकालीन बैठक कर एक दिवसीय कलम बन्द हड़ताल का निर्णय लिया है. अधिवक्ता दिनभर न्यायिक कार्य से अलग रहेंगे.

अधिवक्ताओं ने एडीएम को सौंपा ज्ञापन.

अधिवक्ताओं ने तीस हजारी अदालत में पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज व फायरिंग से घायल अधिवक्ताओं के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए जमकर विरोध किया. साथ ही कानपुर के नौबस्ता थाने में पुलिस द्वारा कानपुर बार एसोसिएशन के महामंत्री समेत 154 अधिवक्ताओं पर दर्ज किए गए मुकदमे की निंदा की. अधिवक्ताओं का कहना था कि पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं के साथ अमानवीय व्यवहार व अभद्रता की गई है. जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

छिबरामऊ तहसील में सोमवार को हुई थी बैठक
वहीं जनपद न्यायालय और छिबरामऊ तहसील के वकीलों ने सोमवार को बैठक बुलाई थी. इस बैठक में दिल्ली और कानपुर में पुलिस व वकीलों के बीच हुए बवाल को लेकर चर्चा की गई. यहां वकीलों ने बैठक में चर्चा करते हुए न्यायिक कार्यों के बहिष्कार का फैसला लिया. वकीलों के आंदोलन की भनक लगते ही कलक्ट्रेट परिसर में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया. इस बीच कन्नौज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष फहीम जमां खां और महासचिव प्रेमचन्द्र शर्मा के नेतृत्व में वकीलों ने कलक्ट्रेट पहुंच कर राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी को सौंपा.

ये भी पढ़ें- कानपुर देहात: केशव प्रसाद मौर्य ने किया 60 करोड़ की लागत की परियोजनाओं का शिलान्यास

वकीलों ने एक अन्य ज्ञापन में कहा है कि कानपुर के नौबस्ता थाने में कानपुर बार एसोसिएशन के महासचिव समेत 154 वकीलों से अभद्रता करते हुए पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है, जो कि वकीलों के साथ पुलिस के बर्बर रवैये को दर्शता है. दूसरी ओर छिबरामऊ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव व महासचिव पंकज मिश्रा ने ने भी दिल्ली और कानपुर की घटनाओं को विरोध करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और न्यायिक कार्यों से बिरत रहे.

दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में जिस प्रकार पुलिस ने हमारे अधिवक्ताओं के ऊपर हमला किया. सर्विस रिवाल्वर व राइफल से फायरिंग की गई, जिसमें हमारे कई साथी अधिवक्ता गम्भीर रूप से घायल हो गए हैं. कोर्ट परिसर में पुलिसकर्मियों को हथियार ले जाने की अनुमति न दी जाए.
-फहीम जमां खा, पूर्व अध्यक्ष, बार एसोसिएशन, कन्नौज
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Intro:दिल्ली में तीस हजारी कोर्ट मामले में की आग भड़की कन्नौज में, अधिवक्ताओ ने किया कलमबंद हड़ताल व प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
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दिल्ली की तीस हजारी अदालत में गत दिवस अधिवक्ताओं व पुलिस केे बीच हुई तीखी झड़प व कई अधिवक्ताओं के गम्भीर रूप से घायल होने की खबर से कन्नौज बार एसोसिएशन केे अधिवक्ताओं में रोष व्याप्त हो गया। इसके विरोध में कन्नौज बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने आपातकालीन बैठक करएक दिवसीय कलम बन्द हड़ताल का निर्णय लिया और दिनभर न्यायिक कार्य से विरत रहे। अधिवक्ताओं ने तीस हजारी अदालत में पुलिस द्वारा किये गये लाठीचार्ज व फायरिंग से घायल अधिवक्ताओं केे प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए जमकर विरोध किया। साथ ही कानपुर के नौबस्ता थाने में पुलिस द्वारा कानपुर बार एसोसिएशन के महामंत्री सहित 154 अधिवक्ताओं पर दर्ज किये गये मुकदमे की निंदा की। अधिवक्ताओं का कहना था कि पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं के साथ अमानवीय व्यवहार व अभद्रता की गई है। जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। आइये देखते है कन्नौज से यह स्पेशल रिपोर्ट। Body:
दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच हुए बवाल और कानपुर के नौबस्ता थाने 154 वकीलों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमों को लेकर जनपद न्यायालय और छिबरामऊ तहसील के वकीलों ने सोमवार को बैठक बुलाई। जहां दिल्ली और कानपुर में पुलिस व वकीलों के बीच हुए बवाल को लेकर चर्चा की गई। यहां वकीलों ने बैठक में चर्चा करते हुए न्यायिक कार्यों के बहिष्कार का फैसला लिया और फिर ज्ञापन देने के लिए कलक्ट्रेट की ओर चल पडे। वकीलों के आंदोलन की भनक लगते ही कलक्ट्रेट परिसर में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। इस बीच कन्नौज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष फहीम जमां खां और महासचिव प्रेमचन्द्र शर्मा के नेतृत्व में वकीलों ने कलक्ट्रेट पहुंच कर राष्ट्रपति को सम्बोधित एक ज्ञापन अपर जिलाधिकारी उमेश चन्द्र उपाध्याय को सौंपा और दिल्ली में वकीलों पर जान लेने की नियत से जिन पुलिस कर्मियों के द्वारा फायरिंग की गई, उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने व वकीलों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की गई।Conclusion:वकीलों ने एक अन्य ज्ञापन में कहा है कि कानपुर के नौबस्ता थाने में कानपुर बार एसोसिएशन के महासचिव समेत 154 वकीलों से अभद्रता करते हुए पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है, जोकि वकीलों के साथ पुलिस के बर्बर रवैये को दर्शता है। उधर दूसरी ओर छिबरामऊ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव व महासचिव पंकज मिश्रा ने ने भी दिल्ली और कानपुर की घटनाओं को विरोध करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और न्यायिक कार्यों से बिरत रहे।

पूर्व अध्यक्ष बार एसोसिएशन फहीम जमां खा का कहना है कि दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में जिस प्रकार पुलिस द्वारा हमारे अधिवक्ताओं के ऊपर हमला किया गया है। सर्विस रिवाल्वर व राइफल से फायरिंग की गई। जिसमेें हमारे कई साथी अधिवक्ता गम्भीर रूप से घायल हो गये हैं। कोर्ट परिसर में पुलिसकर्मियों को हथियार ले जाने की अनुमति न दी जाये जैसे हम लोग रहते हैं। निरंकुश होती पुलिस को रोका जाना चाहिए।
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बाइट - फहीम जमां खा- पूर्व अध्यक्ष बार एसोसिएशन कन्नौज
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कन्नौज से पंकज श्रीवास्तव
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