कन्नौज: बकाया वेतन समेत अन्य मांगों को लेकर आपातकालीन एंबुलेंस कर्मचारियों ने सौरिख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही जीवीके कंपनी पर शोषण करने और नौकरी से निकालने का पत्र भेजने का भी आरोप लगाया है. कर्मचारियों ने समय से सैलरी देने, एंबुलेंस में सुरक्षा कीट की कमी को पूरी करने सहित अन्य मांगें रखीं. साथ ही उन्होंने मांगें पूरी न होने पर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है. वहीं निकाले गए कर्मचारियों को दोबारा नौकरी दिए जाने की भी मांग की गई है.
दरअसल रविवार को एएलएस यूनियन संघ के नेतृत्व में मांगों को लेकर 108 और 102 एंबुलेंस कर्मचारियों ने सौरिख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर गाड़ियां खड़ी कर विरोध प्रदर्शन किया. एएलएस यूनियन संघ के जिलाध्यक्ष राहुल यादव ने बताया कि आपातकालीन एंबुलेंस सेवा एक निजी कंपनी जीवीके के माध्यम से लोगों को मुहैया कराई जाती है. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में एंबुलेंस चालक मेहनत से काम कर रहे हैं. इसके बावजूद कंपनी आएदिन चालकों को नौकरी से निकालने का पत्र भेज रही है. अब तक कंपनी कई चालकों को नौकरी से निकाल चुकी है.
उन्होंने आरोप लगाया है कि कंपनी कर्मचारियों का शोषण कर रही है, न तो समय पर वेतन दिया जा रहा है, न ही पीएफ-एसआई समय पर मिल रहा है. कंपनी ने एक बार फिर नौकरी से निकालने का फरमान जारी कर दिया है. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में नौकरी से निकाले जाने से चालक भुखमरी की कगार पर पहुंच जाएंगे. ऐसे में सभी चालकों को एक समान वेतन दिया जाए. एंबुलेंस में सुरक्षा उपकरण जैसे हैंड ग्लब्स, सेनेटाइजर, पीपीई किट की कमियों को पूरा किया जाए. इसके अलावा नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों को वापस नौकरी देने की मांग की गई है. उन्होंने कहा कि मांग पूरी न होने पर हम आंदोलन करने पर मजबूर होंगे. इसके अलावा आगे की रणनीति को सफल बनाने के लिए ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की गई.