कन्नौज: भारत में कोरोना के प्रकोप को सोशल डिस्टेंसिंग से ही खत्म किया जा सकता है. इसी के चलते सुप्रीम कोर्ट ने अब जेलों में बंद कैदियों की पैरोल के बारे में महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. उसी निर्णय के तहत पूरे यूपी की जेलों में यह कवायद शुरू हो गई है.
जेल में भी बंद 76 कैदियों को जेल से पैरोल पर छोड़ने की कवायद शुरू कर दी गयी है. जेल अधीक्षक ने जेल में बंद 740 कैदियों की सूची फिल्टर कर लखनऊ मुख्यालय भेज दी है. इन 740 कैदियों में 76 ऐसे कैदियों को छोड़ा जाएगा, जिनकी सजा 7 साल से कम है या जिनकी सजा विचाराधीन है.
जेल अधीक्षक का कहना है कि मुख्यालय से निर्णय आने के बाद इन कैदियों से जमानत लेकर इन्हें पैरोल पर छोड़ दिया जाएगा और पैरोल की अंतिम तारीख पर उन कैदियों को जेल में अपनी आमद दर्ज करवानी होगी.
कन्नौज जेल अधीक्षक के मुताबिक कोरोना के मद्देनजर जेल में कैदियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग रखने के लिए कैदियों की स्क्रीनिंग कर 76 कैदियों की सूची तैयार की गयी है. जेल अधीक्षक का कहना है कि इस सूची में 29 ऐसे बंदी हैं जो कि 7 साल से कम की सजा पाए हुए हैं. वहीं 47 ऐसे बंदी हैं, जिनके केस अभी भी कोर्ट में विचाराधीन हैं.
जेल अधीक्षक का कहना हैं सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद जेल में बंद कैदियों की सूची तैयार कर मुख्यालय को सौंप दी गयी है और मुख्यालय से निर्णय आने के बाद इन बंदियों को जेल से पैरोल पर घरों के लिए रवाना कर दिया जाएगा.