कन्नौज: जिले में प्राचीन मंदिर और ऐतिहासिक स्थलों को विकसित करने और उनकी पहचान देश-विदेश तक पहुंचाने के लिए अन्तरराष्ट्रीय न्यायिक मानवाधिकार संरक्षक समिति ने राज्यपाल को सम्बोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है. ज्ञापन में हाइवे, बस स्टाप और रेवले स्टेशन पर प्राचीन धरोहरों से सम्बन्धित बैनर और पोस्टर लगाये जाने की मांग की गई है.
- इत्र और इतिहास की नगरी कन्नौज को पहचान दिलाए जाने को लेकर अन्तरराष्ट्रीय न्यायिक मानवाधिकार संरक्षक समिति ने एक नया कदम बढ़ाया है
- न्यायिक मानवाधिकार संरक्षक समिति ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है.
- समिति के सदस्यों का कहना है कि ऐसा करने से कन्नौज और अधिक विकसित होगा और देश विदेश से आगरा पहुंच रहे पर्यटक इत्र नगरी कन्नौज भी पहुंचेंगे.
अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार संरक्षक समिति के अंशू पाल ने बताया कि राज्यपाल महोदय जी को सम्बोधित जिलाधिकारी जी को एक ज्ञापन दिया है. कन्नौज पहले से ही इत्र और इतिहास की नगरी के नाम से फेमस है. विदेशों में भी हमारी यह सुगन्ध फैली हुई है और इतिहास की बात करें तो कन्नौज का बहुत ही गौरवशाली इतिहास रहा है.
एक समय ऐसा भी था जब कन्नौज हमारे देश की राजधानी थी. मैं यह चाहता हूं कि हमारे कन्नौज में जो बहुत से प्राचीन मंदिर बने हुए हैं, किला बना हुआ है उसे लोग देखे. आगरा हमारे यहां से 200 किलोमीटर है तो वह पर्यटक हमारे कन्नौज भी आयेंगे. जब वह कन्नौज में आयेंगे तो हमारे यहां का रोजगार बढ़ेगा.