लखनऊ: प्रदेश भर में हजारों की संख्या में रोजाना प्रवासी मजदूर आ जा रहे हैं. इसकी वजह से उत्तर प्रदेश में करीब 18 से 20 लाख के बीच में प्रवासी मजदूरों के आने का अनुमान उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा लगाया गया है. इसी बीच कोरोना वायरस को लेकर के कोई भी चूक न हो जाए इसको लेकर के डॉक्टरों की टीमें तैयार की जा रही हैं, जिससे कि कोरोना वायरस के संक्रमण को समय रहते रोका जा सके.
एक्टिव मोड में रहेगी डॉक्टरों और मेडिकल स्टॉफ की टीम
कोरोना संक्रमित मरीज बढ़ने के साथ हर जिले में डॉक्टरों और मेडिकल स्टॉफ की टीम भी एक्टिव मोड में रहेगी. शासन के निर्देश के बाद सभी जिलों के सीएमओ मेडिकल कॉलेजों की मदद से कोविड-19 की टीमें तैयार करने में जुटे हुए हैं. जिस जिले में ज्यादा संक्रमित मरीज होंगे वहां पर इन टीमों को लगाया जाएगा. ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज वाले जिलों में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टॉफ के 25-25 सदस्यों की टीमें बनाई जा रही हैं.
डॉक्टरों की 15-15 दिन के लिए लगाई जाएगी ड्यूटी
इनकी ड्यूटी 15-15 दिन के लिए लगाई जाएगी, जिसके बाद 15 दिन की ड्यूटी करने वाले डॉक्टरों को 15 दिन क्वारंटाइन किया जाएगा. उसके बाद दूसरे 15 दिन डॉक्टरों की दूसरी टीम ड्यूटी करेगी. इसी तरह टीम तैयार करने के निर्देश स्वास्थ विभाग को शासन की तरफ से दिए गए हैं. क्वारंटाइन सेंटर में मरीजों की संख्या बढ़ने पर सभी टीम को लगाया जाएगा.
डॉक्टरों की सूची भी इसके साथ-साथ तैयार की जा रही है. इसके लिए सभी सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टर और इंटर्न की सूची मांगी गई है. टीम के चयन प्रशिक्षण की जिम्मेदारी जिला के लोगों को ही सौंपी गई है.