कन्नौजः जनपद के छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र में न्याय के लिए एक दिव्यांग पिता पिछले पांच दिनों से अपने 15 वर्षीय पुत्र के कब्र की रखवाली रखवाली कर रहा है. पीड़ित पिता का आरोप है, कि विद्यालय में शिक्षक की पिटाई से इलाज के दौरान उसकी छात्र की मौत हो गई थी. जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में टीबी संक्रमण से छात्र के मौत होने की बात सामने आई थी. जिसके बाद पिता लगातार बेटे के शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराने को लेकर डीएम-एसपी से गुहार लगा रहा है.
बता दें, कि छिबरामऊ क्षेत्र के पश्चिमी मडैया कसावा गांव निवासी दिव्यांग जहांगीर के अनुसार बीती 23 जुलाई को उनका 15 वर्षीय बेटा दिलशान उर्फ राजा कक्षा नौ में दाखिला पश्चिमी बाईपास कसावा स्थित आर एस इंटर कॉलेज गया था. जहां शिक्षकों ने दाखिला करने के बाद उसे पढ़ने के लिए कॉलेज में बैठा लिया था. इसी दौरान किसी दूसरे छात्र ने दिलशान के बैग में घड़ी डाल दी. जिसके बाद शिक्षकों ने दिलशान पर घड़ी चोरी का आरोप लगाकर कमरे में बंदकर उसकी जमकर पिटाई कर दी थी. दिलशान के घर पहुंचने पर उसे अचानक से उल्टियां होने लगी. जिसके बाद कानपुर के अस्पताल में इलाज के दौरान दिलशान की मौत हो गई थी. छात्र की मौत के बाद पीड़ित परिजनों ने विद्यालय प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाकर शव का पोस्टमार्टम कराया गया था.
मामले में रिपोर्ट आने के बाद छात्र की टीबी से मौत की बात सामने आई थी. इसके बाद पीड़ित पिता ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाकर बेटे के शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग की. जिसके बाद पीड़ित पिता व उसके का आरोप है, कि आरोपी शव के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं. जिसके चलते बीते पांच दिनों से पीड़ित पिता व परिजन दिन-रात कब्र की सुरक्षा कर रहे हैं. पीड़ित पिता जिले के डीएम और एसपी से न्याय की गुहार लगा रहा है.
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एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने बताया कि छात्र के शव का पोस्टमार्टम कराया गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार शरीर पर किसी प्रकार के चोट के निशान नहीं पाए गए थे. छात्र की टीबी से मौत होने की वजह सामने आई थी. छात्र के पिटाई से मौत की बात झूठी पाई गई है. इस प्रकरण में जांच गहराई से की जा रही है. इसके बाद मिलने वाले तथ्यों के आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी.
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