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बुखार से ग्रसित बच्चे की इलाज के दौरान मौत, परिजनों ने डॉक्टर को बताया जिम्मेदार..

कन्नौज जिले के छिबरामऊ कस्बे में एक बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई. घटना के बाद परिजनों ने बच्चे का इलाज करने वाले डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाए.

बुखार से ग्रसित बच्चे की इलाज के दौरान मौत
बुखार से ग्रसित बच्चे की इलाज के दौरान मौत
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Published : Sep 26, 2021, 7:35 PM IST

कन्नौज : जिले में वायरल फीवर के प्रकोप का खतरा मंडरा रहा है. इसी क्रम में रविवार को छिबरामऊ कस्बे में बुखार की चपेट में आने से एक 9 माह के बच्चे की मौत हो गई. बच्चे का इलाज कस्बे के एक निजी अस्पताल में चल रहा था. बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया.

इस दौरान बच्चे के परिजनों और डॉक्टरों के बीच काफी नोंकझोंक हुई. बच्चे के परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर पर अभद्रता करने का भी आरोप लगाया. वहीं मामला बिगड़ता देख डॉक्टर मौके से फरार हो गया.

बुखार से ग्रसित बच्चे की इलाज के दौरान मौत

पीड़ितों का कहना है कि बच्चे को दवाई पिलाने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई. जिसके कारण बच्चे की मौत हुई है. घटना के बाद पीड़ितों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया. मामले की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत कराया. जिसके बाद बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जांच-पड़ताल करने में जुट गई.

मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार को भीम अपने बच्चे को इलाज के लिए सरला देवी मेमोरियल अस्पताल में डॉ. अनिल दुबे के पास लेकर गए थे. आरोप है, कि डॉक्टर द्वारा दी गई दवाई खिलाने के बाद बच्चे की हालत बिगड़ गई. जिसके बाद बच्चे की मौत हो गई. वहीं इस मामले में आरोपी डॉ. अनिल दुबे का कहना है, कि बच्चे को 105 डिग्री बुखार था.

उसकी हालत बहुत गंभीर थी, बच्चे का बुखार उतारने के लिए सीरप दी गई थी. परिजनों को दवा पिलाने व पट्टी चढ़ाने के लिए कहा गया था. परिजनों से बच्चे को अस्पताल में रोकने के लिए कहा गया था, लेकिन परिजन बच्चे को लेकर घर चले गए. जिसके बाद परिजन करीब आधा घंटा बाद बच्चे को अस्पताल लेकर आए. जब परिजन बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे, तो उसकी मौत हो चुकी थी.

इसे पढ़ें- प्रधान की दबंगई से परेशान ग्रामीण कर रहे पलायन, घरों पर चस्पा किए 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर..

कन्नौज : जिले में वायरल फीवर के प्रकोप का खतरा मंडरा रहा है. इसी क्रम में रविवार को छिबरामऊ कस्बे में बुखार की चपेट में आने से एक 9 माह के बच्चे की मौत हो गई. बच्चे का इलाज कस्बे के एक निजी अस्पताल में चल रहा था. बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया.

इस दौरान बच्चे के परिजनों और डॉक्टरों के बीच काफी नोंकझोंक हुई. बच्चे के परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर पर अभद्रता करने का भी आरोप लगाया. वहीं मामला बिगड़ता देख डॉक्टर मौके से फरार हो गया.

बुखार से ग्रसित बच्चे की इलाज के दौरान मौत

पीड़ितों का कहना है कि बच्चे को दवाई पिलाने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई. जिसके कारण बच्चे की मौत हुई है. घटना के बाद पीड़ितों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया. मामले की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत कराया. जिसके बाद बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जांच-पड़ताल करने में जुट गई.

मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार को भीम अपने बच्चे को इलाज के लिए सरला देवी मेमोरियल अस्पताल में डॉ. अनिल दुबे के पास लेकर गए थे. आरोप है, कि डॉक्टर द्वारा दी गई दवाई खिलाने के बाद बच्चे की हालत बिगड़ गई. जिसके बाद बच्चे की मौत हो गई. वहीं इस मामले में आरोपी डॉ. अनिल दुबे का कहना है, कि बच्चे को 105 डिग्री बुखार था.

उसकी हालत बहुत गंभीर थी, बच्चे का बुखार उतारने के लिए सीरप दी गई थी. परिजनों को दवा पिलाने व पट्टी चढ़ाने के लिए कहा गया था. परिजनों से बच्चे को अस्पताल में रोकने के लिए कहा गया था, लेकिन परिजन बच्चे को लेकर घर चले गए. जिसके बाद परिजन करीब आधा घंटा बाद बच्चे को अस्पताल लेकर आए. जब परिजन बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे, तो उसकी मौत हो चुकी थी.

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