कन्नौज : उत्तर प्रदेश सरकार पशुओं की सुरक्षा के लिए प्रदेशभर में गोशालाओं पर करोड़ों रूपये पानी की तरह बहा रही है, लेकिन इसके बावजूद आज भी गोवशों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन पर सवालिया निशान खड़े हो रहे है. कन्नौज के तेरामल्लू की एक गोशाला में गोवंश की मौत के बाद उनके शव को छुपाने के लिए गड्ढों में दबा दिया गया. घटना का वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें गोवंश के शव को कुत्ते नोचते हुए दिख रहे हैं.
तेरामल्लू में बनाई गई इस गोशाला में कुल 35 पशु है. घटना का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिला प्रशासन में हड़कम्प मचा गया. मामला संज्ञान में आते ही उपजिलाधिकारी सदर, कन्नौज शैलेश कुमार ने मामले की जांच कर कार्रवाई किए जाने की बात कही है.
कन्नौज में यह कोई पहला मामला नहीं है ऐसा ही एक मामला पहले भी सामने आ चुका है, जिसमें गौशाला में गोवंश की मौत के बाद उनके शव को छुपाने के लिए गड्ढों में दबा दिया गया था. इस मामले में भी ग्राम प्रधान और सचिव की लापरवाही सामने आते ही जिला प्रशासन ने कार्रवाई की थी.
डिप्टी सीडीओ उपमुख्य पशु चिकित्साधिकारी है, वह मौके पर गये थे.उन्होंने बताया है कि कई चार-पांच दिनों से गोवंश बीमार चल रही थी. बिमारी के बाद उसकी मौत हो गयी थी. इसके बाद उसको दफनाया जाना था, लेकिन बारिश के चलते नहीं दफनाया जा सका. इसी दौरान प्रधान के किसी विपक्षी ने साजिशन इसका वीडियो बना लिया गया. मामले में में अगर लावरवाही सामने आती है गांव के सचिव जिनको गोशाला चलाने की जिम्मेदारी है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
शैलेश कुमार - उपजिलाधिकारी सदर, कन्नौज