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कन्नौज: बीएड की फर्जी डिग्री पर 13 साल से कर रहा था नौकरी

उत्तर प्रदेश में कन्नौज जिले के छिबरामऊ ब्लॉक क्षेत्र में स्थित विश्वनाथ सिंह जनता इंटर कॉलेज में एक शिक्षक बीएड की फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी कर रहा था. जिला विद्यालय निरीक्षक के आदेश पर आरोपित शिक्षक के वेतन निकासी पर तत्काल रोक लगा दी गई है.

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Published : Sep 23, 2020, 8:52 PM IST

kannauj news
फर्जी डिग्री मामला

कन्नौज: जिले में फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी करने का मामला प्रकाश में आया है. एक शिक्षक बीएड का फर्जी अंकपत्र लगाकर 13 साल इंटर कॉलेज में नौकरी कर रहा था. दरअसल मिली शिकायत के आधार पर प्रबंध समिति की पहल पर हुई जांच में मामले का खुलासा हुआ. जिला विद्यालय निरीक्षक के आदेश पर आरोपित शिक्षक के वेतन निकासी पर तत्काल रोक लगा दी गई है.

जानकारी के मुताबिक छिबरामऊ ब्लॉक क्षेत्र के खड़िनी स्थित विश्वनाथ सिंह जनता इंटर कॉलेज में शरीफ खां नौकरी कर रहा था. उसने गंजडुढ़वारा कॉलेज का वर्ष 1995 का बीएड का अंकपत्र लगाकर सहायक अध्यापक की नौकरी हासिल कर ली. जानकारी के मुताबिक आरोपी शिक्षक इंटर कॉलेज में दो जुलाई 2007 से नौकरी कर रहा है. बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने बीएड का फर्जी अंकपत्र लगाने की शिकायत प्रबन्ध समिति से की थी, जिसके बाद प्रबन्ध समिति ने डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय को अंकपत्र के सत्यापन के लिए कई बार पत्र भेजा, लेकिन उधर से कोई जबाव नहीं आया.

इस पर प्रबन्धक सुरेन्द्र सिंह तोमर ने गंजडुढ़वारा कॉलेज जाकर बीएड अंकपत्र के सत्यापन की बात कही. कॉलेज के रिकॉर्ड में 1995 में शरीफ खां नाम के किसी अभ्यर्थी का रिकॉर्ड नहीं मिला. शिक्षक का बीएड का रिकॉर्ड न मिलने पर प्रबन्ध समिति ने मामले की शिकायत जिला विद्यालय निरीक्षक से की, जिसके बाद सत्यापन में पाए गए फर्जी प्रमाणपत्र को लेकर शिक्षक के वेतन पर रोक लगा दी गई. इसके बाद समिति अब जिले में फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी हासिल करने वाले अन्य लोगों की भी जांच में जुटी है.

कन्नौज: जिले में फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी करने का मामला प्रकाश में आया है. एक शिक्षक बीएड का फर्जी अंकपत्र लगाकर 13 साल इंटर कॉलेज में नौकरी कर रहा था. दरअसल मिली शिकायत के आधार पर प्रबंध समिति की पहल पर हुई जांच में मामले का खुलासा हुआ. जिला विद्यालय निरीक्षक के आदेश पर आरोपित शिक्षक के वेतन निकासी पर तत्काल रोक लगा दी गई है.

जानकारी के मुताबिक छिबरामऊ ब्लॉक क्षेत्र के खड़िनी स्थित विश्वनाथ सिंह जनता इंटर कॉलेज में शरीफ खां नौकरी कर रहा था. उसने गंजडुढ़वारा कॉलेज का वर्ष 1995 का बीएड का अंकपत्र लगाकर सहायक अध्यापक की नौकरी हासिल कर ली. जानकारी के मुताबिक आरोपी शिक्षक इंटर कॉलेज में दो जुलाई 2007 से नौकरी कर रहा है. बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने बीएड का फर्जी अंकपत्र लगाने की शिकायत प्रबन्ध समिति से की थी, जिसके बाद प्रबन्ध समिति ने डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय को अंकपत्र के सत्यापन के लिए कई बार पत्र भेजा, लेकिन उधर से कोई जबाव नहीं आया.

इस पर प्रबन्धक सुरेन्द्र सिंह तोमर ने गंजडुढ़वारा कॉलेज जाकर बीएड अंकपत्र के सत्यापन की बात कही. कॉलेज के रिकॉर्ड में 1995 में शरीफ खां नाम के किसी अभ्यर्थी का रिकॉर्ड नहीं मिला. शिक्षक का बीएड का रिकॉर्ड न मिलने पर प्रबन्ध समिति ने मामले की शिकायत जिला विद्यालय निरीक्षक से की, जिसके बाद सत्यापन में पाए गए फर्जी प्रमाणपत्र को लेकर शिक्षक के वेतन पर रोक लगा दी गई. इसके बाद समिति अब जिले में फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी हासिल करने वाले अन्य लोगों की भी जांच में जुटी है.

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