कन्नौज: लखनऊ की उज्ज्वला कृषि कंपनी की डीलरशिप दिलाने का झांसा देकर दुकानदारों से ठगी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को क्राइम ब्रांच की टीम ने फगुहा भट्टा के पास से गिरफ्तार किया है. जबिक गिरोह के चार सदस्य पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहे. गिरफ्तार ठगों के पास से पुलिस ने एक कार, पांच मोबाइल फोन और छह गेंहू के जार बरामद किए हैं.
फर्जी वेब साइट दिखकर दुकानदारों को देते थे झांसा
एएसपी विनोद कुमार ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने उज्ज्वला कृषि कंपनी की डीलरशिप दिलाने के नाम पर कई दुकानदारों को अपना शिकार बना लिया. दुकानदारों के शिकायत करने पर गिरोह को पकड़ने के लिए सीओ तिर्वा के नेतृत्व में क्राइम और सर्विलांस टीम को लगाया गया था. टीम ने फगुहा भट्टा के पास से गिरोह के चार सदस्यों को दबोच लिया. यह लोग आठ या नौ लोगों का गिरोह बनाकर दुकानदारों को गूगल पर बनी फर्जी उज्ज्वला कृषि बाजार की वेब साइट्स दिखाकर प्रोड्क्ट बेचने के लिए राजी कर लेते थे. इसके बाद दुकान का किराया, पंजीकरण के नाम पर 1.20 लाख से लेकर 2.80 लाख रुपए ड्राफ्ट के जरिए खाते में डलवा लेते थे. फिर दुकानदार को माल भेजने का झांसा देते रहते थे. दुकानदार से रुपये आने के बाद गिरोह के सदस्य अपना नंबर बंद कर देते थे.
पुलिस की गिरफ्त से दूर गिरोह के चार सदस्य
पकड़े गए आरोपियों की पहचान हरदोई जनपद के प्रगति नगर निवासी दीपक, बहराइच जनपद के धर्मापुर निवासी धनंजय, उन्नाव जनपद के खुर्दपुरवा निवासी शैलेंद्र यादव और गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के नदसिया गांव निवासी अश्वनी मिश्रा के रूप में हुई है.
फिलहाल पुलिस की टीम गिरोह के सिर्फ चार सदस्यों को ही गिरफ्तार कर सकी है. जबकि लखनऊ के देवरई निवासी हरनाम सिंह, जालौन के खकशीश मोहल्ला निवासी दीपक यादव, हरदोई के श्याम नगर निवासी अनुराग त्रिवेदी, सीतापुर के गयपुर निवासी उपदेश यादव अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं. एएसपी ने दावा किया कि, गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगी हुई है और जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
लखनऊ, मुंबई और दिल्ली में सेंटर बताकर करते थे ठगी
गिरोह के सदस्य दुकानदारों को दिल्ली, मुंबई और लखनऊ में सेंटर बताकर उनसे ठगी करते थे. साथ ही कंपनी की फर्जी वेबसाइट बनाकर दुकानदारों को गूगल पर सर्च कर दिखाते थे.