झांसी: पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के बाद स्मार्ट सिटी की व्यवस्थाओं की पोल खुल गई, जहां शहर के कई हिस्सों में सड़कों पर पानी भर गया तो कई जगहों पर सड़क पार करने के लिए सड़कों पर लोग नाव चलाते दिखे. ओरछा गेट मोहल्ले में लोग सड़क पर भरे पानी में नाव चलाते दिखे. झमाझम बारिश के बीच जल निकासी की व्यवस्थाओं को लेकर नगर निगम पूरी तरह बेबस और लाचार दिखा. मंगलवार को नगर के महापौर रामतीर्थ सिंघल ने ऐलान किया कि वे अफसरों के साथ नगर का भ्रमण कर जल निकासी की व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे.
खेतों में फसल खराब होने की आशंका
एक ओर जहां कुछ दिनों पूर्व तक बारिश की कमी के कारण किसान परेशान थे और फसलों तक की बुवाई नहीं हो पा रही थी तो अब पिछले दो दिनों में हुई बारिश ने पिछले कई वर्षों का रिकार्ड तोड़ दिया. यहां बारिश में हुई देरी के कारण मूंगफली की खेती पर काफी असर पड़ा था और अनुमान जाहिर किया गया था कि इस बार बुवाई काफी कम हुई है. अब इस बारिश को देखते हुए कृषि वैज्ञानिक इस बात की आशंका जता रहे हैं कि लगातार हो रही बारिश के कारण खेतों में होने वाले जलभराव से खड़ी फसलें खराब होने की उम्मीद है.
पीएसी जवानों के डूबे टेंट
बारिश की झमाझम तस्वीरों के बीच सेवानिवृत्त आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी और पीएसी के एडीजी को झांसी स्थित पीएसी 33 बटालियन की कुछ तस्वीरें भेजी हैं. इन तस्वीरों में बारिश के बाद मैदान में भरे पानी के बीच पीएसी का टेंट दिख रहा है. शिकायत में कहा गया है कि पीएसी जवानों को ऐसी स्थिति में रहकर खाना बनाना पड़ रहा है. जवानों को बेहतर व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने के साथ ही इस अव्यवस्था के लिए दोषी अफसर के अफसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.
वर्षों से जलभराव झेल रहे झांसी के लोग
सामाजिक कार्यकर्ता कलाम कुरैशी कहते हैं कि झांसी शहर में मूसलाधार बारिश के कारण लोगों को नाव का प्रयोग करना पड़ा. झांसी में जलभराव की समस्या वर्षों से चली आ रही है. इस बारिश से नगर निगम के स्मार्ट सिटी के दावों की पोल खुल गई. तालपुरा क्षेत्र में स्थित प्राचीन नाला है, वहां थोड़ी सी भी बारिश होने पर घरों में पांच फीट तक पानी घुस जाता है. बाहर ओरछा गेट में लोगों को नाव चलाना पड़ गया. पानी रुकने के बाद भी अभी सभी नाले भरे हुए हैं और जलभराव की स्थिति बनी हुई है.