ETV Bharat / state

2 महीने की बच्ची को हुआ था अनोखा ट्यूमर, गांठ में बन रहा था अविकसित भ्रूण

मध्य प्रदेश के सागर की रहने वाली एक महिला की 2 महीने की बच्ची का जन्म से ही पेट फूला हुआ था. सीटी स्कैन कराने पर बच्ची के पेट में 10 सेमी लंबाई और चौड़ाई की एक थैली और गांठ होने का पता चला. थैली को खोलकर देखा गया तो उसमें लगभग 8 सेमी का अविकसित भ्रूण की तरह दिखने वाला ट्यूमर दिखा.

ट्यूमर के बारे में बताते सर्जन डॉ. अरुण गुप्ता.
author img

By

Published : May 4, 2019, 8:39 AM IST

Updated : May 4, 2019, 11:21 AM IST

झांसी: दो महीने की बच्ची को अनोखे प्रकार का ट्यूमर हो गया, जिसका झांसी के एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन किया गया है. इस बच्ची के पेट में एक गांठ थी. उस गांठ को ऑपरेशन कर बाहर निकाला गया. इस गांठ को खोला गया तो इसमें एक अविकसित भ्रूण पनप रहा था. इसे दुर्लभ किस्म का ट्यूमर माना जाता है. फिलहाल ऑपरेशन के बाद बच्ची स्वस्थ है.

ट्यूमर के बारे में बताते सर्जन डॉ. अरुण गुप्ता.

मध्य प्रदेश के सागर की रहने वाली एक महिला की 2 महीने की बच्ची का जन्म से ही पेट फूला था.

  • बच्ची के परिजनों ने झांसी में डॉ. अरुण गुप्ता से संपर्क किया.
  • सीटी स्कैन कराने पर बच्ची के पेट में 10 सेमी लंबाई और चौड़ाई की एक थैली और गांठ होने का पता चला.
  • थैली को खोलकर देखा गया तो उसमें लगभग 8 सेमी का अविकसित भ्रूण की तरह दिखने वाला ट्यूमर दिखा.
  • इस ट्यूमर में अविकसित चेहरा, सिर, बाल साफ तौर पर दिख रहे थे.

क्या कहना है चिकित्सकों का:

  • बच्ची का इलाज करने वाले डॉ. अरुण गुप्ता ने बताया कि ऐसे ट्यूमर को फीट इन फीटू टिरेटोमा कहते हैं.
  • यह ट्यूमर 5 लाख से 10 लाख नवजात शिशुओं में से एक नवजात में होता है.
  • ऑपरेशन के बाद बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है.
  • अगले कुछ दिनों में उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.

झांसी: दो महीने की बच्ची को अनोखे प्रकार का ट्यूमर हो गया, जिसका झांसी के एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन किया गया है. इस बच्ची के पेट में एक गांठ थी. उस गांठ को ऑपरेशन कर बाहर निकाला गया. इस गांठ को खोला गया तो इसमें एक अविकसित भ्रूण पनप रहा था. इसे दुर्लभ किस्म का ट्यूमर माना जाता है. फिलहाल ऑपरेशन के बाद बच्ची स्वस्थ है.

ट्यूमर के बारे में बताते सर्जन डॉ. अरुण गुप्ता.

मध्य प्रदेश के सागर की रहने वाली एक महिला की 2 महीने की बच्ची का जन्म से ही पेट फूला था.

  • बच्ची के परिजनों ने झांसी में डॉ. अरुण गुप्ता से संपर्क किया.
  • सीटी स्कैन कराने पर बच्ची के पेट में 10 सेमी लंबाई और चौड़ाई की एक थैली और गांठ होने का पता चला.
  • थैली को खोलकर देखा गया तो उसमें लगभग 8 सेमी का अविकसित भ्रूण की तरह दिखने वाला ट्यूमर दिखा.
  • इस ट्यूमर में अविकसित चेहरा, सिर, बाल साफ तौर पर दिख रहे थे.

क्या कहना है चिकित्सकों का:

  • बच्ची का इलाज करने वाले डॉ. अरुण गुप्ता ने बताया कि ऐसे ट्यूमर को फीट इन फीटू टिरेटोमा कहते हैं.
  • यह ट्यूमर 5 लाख से 10 लाख नवजात शिशुओं में से एक नवजात में होता है.
  • ऑपरेशन के बाद बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है.
  • अगले कुछ दिनों में उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.
Intro:झांसी. दो महीने की बच्ची को अनोखे तरह का ट्यूमर हो गया जिसका झांसी के एक निजी अस्पताल में आपरेशन किया गया है। इस बच्ची के पेट में एक गाँठ थी। गाँठ को ऑपरेशन कर बाहर निकाला गया। इस गाँठ को खोला गया तो इसमें एक अविकसित भ्रूण पनप रहा था। इसे दुर्लभ किस्म का ट्यूमर माना जाता है। फिलहाल आपरेशन के बाद बच्ची स्वस्थ है।




Body:मध्य प्रदेश के सागर की रहने वाली 2 महीने की बच्ची का जन्म से ही पेट फूला था। बच्ची के परिजनों ने झांसी में डॉ अरुण गुप्ता से सम्पर्क किया। सीटी स्कैन कराने पर बच्ची के पेट में 10 सेमी लम्बाई और चौड़ाई के एक थैली और गांठ होने का पता चला। थैली को खोलकर देखा गया तो उसमें लगभग 8 सेमी का अविकसित भ्रूण की तरह दिखने वाला ट्यूमर दिखा। इस ट्यूमर में अविकसित चेहरा, सिर, बाल साफ तौर पर दिख रहे थे।


Conclusion:बच्ची का इलाज करने वाले डॉ अरुण गुप्ता ने बताया कि ऐसे ट्यूमर को फ़ीट इन फ़ीटू टिरेटोमा कहते हैं। यह ट्यूमर 5 लाख से 10 लाख नवजात शिशुओं में से एक नवजात में होता है। ऑपरेशन के बाद बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है और अगले कुछ दिनों में उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।

बाइट - डॉ अरुण गुप्ता - सर्जन

लक्ष्मी नारायण शर्मा
झांसी
9454013045
Last Updated : May 4, 2019, 11:21 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.