झांसी: कोविड के कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर बढ़े बोझ से बच्चों की जन्मजात बीमारियों का इलाज भी काफी प्रभावित हुआ है. झांसी मण्डल के तीनों जिलों में 409 ऐसे नवजात बच्चे चिह्नित किये गए हैं, जिनकी अलग-अलग बीमारियों की सर्जरी होनी है लेकिन डॉक्टरों का समय उपलब्ध न हो पाने के कारण सर्जरी नहीं हो पा रही है. झांसी, जालौन और ललितपुर जिलों के इन चिह्नित बच्चों का अगले दो महीनों में सर्जरी कराने का लक्ष्य रखा गया है. ये बच्चे जन्मजात मोतियाबिंद जैसी कई अन्य गम्भीर बीमारियों की चपेट में हैं और सर्जरी व इलाज का इंतजार कर रहे हैं.
कोविड के कारण नवजात बच्चों की जन्मजात बीमारियों का इलाज पेंडिंग, 400 सौ से ज्यादा बच्चों को है सर्जरी का इंतजार - uttar pradesh khabar
कोविड के कारण नवजात बच्चों की जन्मजात बीमारियों का इलाज पेंडिंग है. झांसी मण्डल के तीनों जिलों में 409 ऐसे नवजात बच्चे चिह्नित किये गए हैं. झांसी, जालौन और ललितपुर जिलों के इन चिह्नित बच्चों का अगले दो महीनों में सर्जरी कराने का लक्ष्य रखा गया है.
झांसी: कोविड के कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर बढ़े बोझ से बच्चों की जन्मजात बीमारियों का इलाज भी काफी प्रभावित हुआ है. झांसी मण्डल के तीनों जिलों में 409 ऐसे नवजात बच्चे चिह्नित किये गए हैं, जिनकी अलग-अलग बीमारियों की सर्जरी होनी है लेकिन डॉक्टरों का समय उपलब्ध न हो पाने के कारण सर्जरी नहीं हो पा रही है. झांसी, जालौन और ललितपुर जिलों के इन चिह्नित बच्चों का अगले दो महीनों में सर्जरी कराने का लक्ष्य रखा गया है. ये बच्चे जन्मजात मोतियाबिंद जैसी कई अन्य गम्भीर बीमारियों की चपेट में हैं और सर्जरी व इलाज का इंतजार कर रहे हैं.