झांसी : जनपद के बामौर ब्लॉक का रहने वाला एक परिवार धरने पर बैठा है. लोगों का कहना है कि उनके परिवार के एक मूक बधिर शख्स को कागज में मृत घोषित कर उनका पेंशन रोक दिया गया है. लोगों के इस प्रदर्शन का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. वीडियो पर संज्ञान लेते हुए प्रशासन भी अब हरकत में आ गया है.
दरअसल, यह मामला झांसी जिले के बामौर ब्लॉक के खरका का है. यहां के रहने वाले मूक बधिर गोरेलाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें उसके परिवार की ओर से आरोप लगाया गया है कि उसे कागजों पर मृत घोषित कर उसकी पेंशन रोक दी गई है. यह वीडियो झांसी के गांधी उद्यान पर आंदोलन कर रहे किसानों और दिव्यांग के परिजनों ने तैयार कर वायरल किया है. वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने मामले पर संज्ञान लिया है और जांच कराकर पेंशन बहाल करने की बात कही है.
पीड़ित परिवार का कहना है कि परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है. मूक बधिर गोरेलाल की पेंशन से उनकी कुछ मदद हो जाती थी. पीड़ित के बड़े भाई माखन ने बताया कि गोरेलाल को दिव्यांग पेंशन मिलती थी. वह न तो बोल पाता है और न ही सुन पाता है. इस व्यक्ति को 2017 तक दिव्यांग पेंशन मिली. उसके बाद से पेंशन बन्द हो गई. इसको मृतक घोषित कर दिया है. जब किसी ने कोई सुनवाई नहीं की तो धरने में पहुंच गए. परिवार के सभी लोग खेती का काम करते हैं और दो बीघा जमीन है.
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हालांकि धरने पर बैठे दिव्यांग गोरेलाल का वीडियो जब अफसरों के पास पहुंचा तो अब उन्होंने इस मामले पर संज्ञान लेकर कार्रवाई करने का दावा किया है. मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार ने बताया कि अभी यह मामला संज्ञान में आया है. हम जांच कराएंगे कि किन परिस्थितियों में उसे मृत घोषित किया गया. यदि यह बात सही पाई गई तो सम्बंधित दोषी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. लाभार्थी का दोबारा रजिस्ट्रेशन कराकर इस योजना का लाभ दिलाएंगे.