झांसीः जिले के एसएसपी शिवहरी मीणा ने एक सात साल के बच्चे को अपनी कुर्सी दे दी. इसके साथ ही खुद ही बच्चे की खातिरदारी भी की. बच्चा काफी देर तक एसएसपी की कुर्सी पर बैठा उछल कूद करता रहा और एसएसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारी इस बच्चे की खुशामद में लगे रहे. पुलिस लाइन सभागार में काफी समय तक ये नजारा पत्रकारों और पुलिसकर्मियों के बीच कौतूहल का विषय बना हुआ है.
दरअसल पूर्णिमा नाम की महिला झांसी के एसएसपी से पुलिस विभाग में तैनात अपने पति के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत करने आई थी. अन्य जगहों पर कोई सुनवाई नहीं हुई तो वह सीधे एसएसपी से मिलने पुलिस लाइन पहुंच गई. यहां एसएसपी की प्रेस कॉंफ्रेंस शुरू होनी थी. एसएसपी जैसे ही गाड़ी से पुलिस लाइन सभागार में जाने के लिए उतरे, महिला बदहवाश हालत में दौड़ते हुए उनके पास पहुंच गई. एसएसपी ने महिला को ढांढस बंधाया और सभागार में आकर शिकायत बताने को कहा. एसएसपी के साथ महिला और उसका बच्चा दोनों सभागार में पहुंचे. इस दौरान साथ मे मौजूद बच्चे ने एसएसपी की कुर्सी की ओर हाथ बढ़ाया तो एसएसपी ने उसे अपनी कुर्सी पर बिठा दिया. इसके बाद तो अन्य अफसर भी बच्चे की खातिरदारी में लग गए. दूसरी ओर फरियादी महिला को बिठाकर एसएसपी ने पूरी शिकायत सुनी और कार्रवाई का आश्वासन दिया.
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एसएसपी शिवहरी मीणा ने बताया कि पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ था और महिला अपने बच्चे के साथ यहां शिकायत करने आई थी. उसकी बात सुनी गई है. उसके पति को बुलवाया गया है. महिला का कहना है कि उसके पति को बुलाकर समझा दिया जाए. महिला को पुलिस लाइन में ठहराया गया है और उसके पति को बुलाया गया है. दोनों के बीच समझौता करवाया जाएगा. जरूरत पड़ी तो दोनों की काउंसलिंग कराई जाएगी. यदि महिला सन्तुष्ट नहीं होती है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी.