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अंडर ट्वेंटी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में बुन्देलखण्ड की बेटी ने लहराया परचम - shaili singh of jhansi

टोकियो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के जज्बे और हौसले को सराहा गया. वहीं अब अंडर ट्वेंटी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी भारत अपना परचम लहरा रहा है. झांसी जनपद के पारीछा गांव की रहने वाली शैली सिंह लंबी कूद में रजत पदक हासिल किया है. अंडर ट्वेंटी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक हासिल करने वाली शैली भारत की पहली खिलाड़ी हैं.

बुन्देलखण्ड की बेटी ने लहराया परचम
बुन्देलखण्ड की बेटी ने लहराया परचम
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Published : Aug 23, 2021, 5:34 PM IST

Updated : Aug 23, 2021, 8:06 PM IST

झांसी: अंडर ट्वेंटी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में लंबी कूद में रजत पदक हासिल करने वाली शैली सिंह झांसी जनपद के पारीछा गांव की रहने वाली है. शैली ने अपने कैरियर का शुरुआती प्रशिक्षण झांसी के ध्यानचंद स्टेडियम में हासिल किया और पिछले लगभग तीन वर्षों से बेंगलुरू स्थित अंजू बॉबी जॉर्ज स्पोर्ट्स फाउंडेशन में प्रशिक्षण हासिल कर रही हैं. शैली को प्रसिद्ध पूर्व एथलीट अंजू बॉबी जार्ज से प्रशिक्षण मिला है. शैली की सफलता पर झांसी के जनप्रतिनिधियों और खेल संगठनों ने बधाई दी है और इसे झांसी के लिए गौरवशाली उपलब्धि बताया.

अंडर ट्वेंटी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक हासिल करने वाली शैली भारत की पहली खिलाड़ी हैं. नैरोबी में आयोजित प्रतियोगिता में रविवार को शैली ने 6.59 मीटर की छलांग लगाई और रजत पदक जीता. शैली अब कोलंबिया में होने वाली अगली चैंपियनशिप के साथ ही एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों को लेकर अपनी तैयारियों को बेहतर करने में जुटी हैं. इसके साथ ही ओलंपिक पर भी शैली की नजर होगी. जानकर मानते हैं कि ओलंपिक की क्षमताएं शैली में मौजूद हैं और वे उसमें स्थान बना सकती हैं.

बुन्देलखण्ड की बेटी ने लहराया परचम



झांसी के सांसद अनुराग शर्मा ने अपने सोशल मीडिया पेज पर शैली सिंह की तस्वीर शेयर करते हुए उन्हें शुभकामना दी और लिखा कि झांसी के लोगों को उन पर गर्व है. भारतीय खिलाड़ी कल्याण संघ के सदस्य और खेल प्रशिक्षक बृजेन्द्र यादव बताते हैं कि शैली सिंह ने ध्यानचंद स्टेडियम में शुरुआती दौर में अभ्यास किया है. इसके बाद स्पोर्ट्स कॉलेज लखनऊ के लिए उनका चयन किया गया है. इसके बाद अंजू बॉबी जार्ज उन्हें अपने साथ बेंगलुरु ले गई और अपनी अकेडमी में प्रशिक्षण दिया. यह उपलब्धि मायने रखती है और बुन्देलखण्ड जैसे पिछड़े क्षेत्र से निकलकर शैली सिंह ने पूरे देश में गौरव बढ़ाया जाता है.

वहीं, शैली सिंह को रजत पदक मिलने से झांसी के खेल जगत में काफी उत्साह का माहौल है. रविवार को नैरोबी में प्रतियोगिता के दौरान शानदार प्रदर्शन करते हुए शैली ने रजत पदक हासिल किया है. सोमवार को झाँसी में राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर खिलाड़ियों और कोच ने शैली सिंह की सफलता पर एक दूसरे को मिठाईयां खिलाकर शुभकामनाएं दी.

बुन्देलखण्ड की बेटी ने लहराया परचम

शैली की इस उपलब्धि के बाद से झाँसी के खेल संगठनों ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी है और इसे झाँसी के लिए गौरव बढ़ाने वाली उपलब्धि बताया.

झांसी: अंडर ट्वेंटी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में लंबी कूद में रजत पदक हासिल करने वाली शैली सिंह झांसी जनपद के पारीछा गांव की रहने वाली है. शैली ने अपने कैरियर का शुरुआती प्रशिक्षण झांसी के ध्यानचंद स्टेडियम में हासिल किया और पिछले लगभग तीन वर्षों से बेंगलुरू स्थित अंजू बॉबी जॉर्ज स्पोर्ट्स फाउंडेशन में प्रशिक्षण हासिल कर रही हैं. शैली को प्रसिद्ध पूर्व एथलीट अंजू बॉबी जार्ज से प्रशिक्षण मिला है. शैली की सफलता पर झांसी के जनप्रतिनिधियों और खेल संगठनों ने बधाई दी है और इसे झांसी के लिए गौरवशाली उपलब्धि बताया.

अंडर ट्वेंटी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक हासिल करने वाली शैली भारत की पहली खिलाड़ी हैं. नैरोबी में आयोजित प्रतियोगिता में रविवार को शैली ने 6.59 मीटर की छलांग लगाई और रजत पदक जीता. शैली अब कोलंबिया में होने वाली अगली चैंपियनशिप के साथ ही एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों को लेकर अपनी तैयारियों को बेहतर करने में जुटी हैं. इसके साथ ही ओलंपिक पर भी शैली की नजर होगी. जानकर मानते हैं कि ओलंपिक की क्षमताएं शैली में मौजूद हैं और वे उसमें स्थान बना सकती हैं.

बुन्देलखण्ड की बेटी ने लहराया परचम



झांसी के सांसद अनुराग शर्मा ने अपने सोशल मीडिया पेज पर शैली सिंह की तस्वीर शेयर करते हुए उन्हें शुभकामना दी और लिखा कि झांसी के लोगों को उन पर गर्व है. भारतीय खिलाड़ी कल्याण संघ के सदस्य और खेल प्रशिक्षक बृजेन्द्र यादव बताते हैं कि शैली सिंह ने ध्यानचंद स्टेडियम में शुरुआती दौर में अभ्यास किया है. इसके बाद स्पोर्ट्स कॉलेज लखनऊ के लिए उनका चयन किया गया है. इसके बाद अंजू बॉबी जार्ज उन्हें अपने साथ बेंगलुरु ले गई और अपनी अकेडमी में प्रशिक्षण दिया. यह उपलब्धि मायने रखती है और बुन्देलखण्ड जैसे पिछड़े क्षेत्र से निकलकर शैली सिंह ने पूरे देश में गौरव बढ़ाया जाता है.

वहीं, शैली सिंह को रजत पदक मिलने से झांसी के खेल जगत में काफी उत्साह का माहौल है. रविवार को नैरोबी में प्रतियोगिता के दौरान शानदार प्रदर्शन करते हुए शैली ने रजत पदक हासिल किया है. सोमवार को झाँसी में राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर खिलाड़ियों और कोच ने शैली सिंह की सफलता पर एक दूसरे को मिठाईयां खिलाकर शुभकामनाएं दी.

बुन्देलखण्ड की बेटी ने लहराया परचम

शैली की इस उपलब्धि के बाद से झाँसी के खेल संगठनों ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी है और इसे झाँसी के लिए गौरव बढ़ाने वाली उपलब्धि बताया.

Last Updated : Aug 23, 2021, 8:06 PM IST
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