झांसीः बुंदेलखंड विकास बोर्ड (Bundelkhand Development Board) के उपाध्यक्ष और फिल्म अभिनेता राजा बुंदेला बुधवार (Film Actor Raja Bundela)को झांसी जनपद के दौरे पर पहुंचे. यहां उन्होंने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत की. पृथक बुंदेलखंड राज्य (Bundelkhand State) को लेकर चल रही चर्चाओं और प्रयागराज को इससे जोड़े जाने के कयासों को उन्होंने निराधार बताया. राजा बुंदेला ने कहा कि ऐसी किसी कोशिश का वे विरोध करेंगे. इस मसले पर उन्होंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को पत्र भी लिखा है.
राजा बुंदेला ने कहा कि अलग बुंदेलखंड राज्य बाने की चर्चाएं मीडिया की या किसी के अपने मन की उपज है. सरकार के स्तर पर ऐसी कोई भी बात या चर्चा नहीं है. उन्होंने कहा कि हमने दमोह से दतिया होते हुए चित्रकूट वाले बुन्देलखंड की बात की है और वही लेंगे. किसी भी तरह से हम प्रयागराज को राजधानी नहीं बनने देंगे. प्रतापगढ़, कौशाम्बी, कानपुर देहात से हमें क्या लेना देना है. हमारा बुन्देलखंड है टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, दतिया दमोह, सागर और इधर के सात जिले. आठवां जिला हो सकता है क्योंकि फतेहपुर हमारे नजदीक है.
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राज्यसभा में बहुमत न होना पृथक राज्य में बाधा
राजा बुंदेला ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि यदि प्रयागराज को बुंदेलखण्ड की राजधानी बनाई जाती है तो यह विनाश होगा. यह बुन्देलखंड के साथ न्याय नहीं होगा. बुंदेलखंड, विदर्भ और पूर्वांचल बनना है. इस पर सहमति बहुत पहले हो चुकी है. राज्यसभा में इस समय भाजपा का बहुमत नहीं है. इस प्रस्ताव को राज्यसभा में पास किये बिना सम्भावना नहीं है. जो हमारे साथी थे, किसी कारणवश छोड़कर चले गए. शिवसेना और शिरोमणि अकाली दल हमे छोड़ कर चले गए. ममता बनर्जी, वामदल, तेजस्वी यादव और झारखंड मुक्ति मोर्चा जैसे दल भी छोटे राज्यों का विरोध कर रहे हैं. परिस्थितियां अभी राज्यसभा में अनुकूल नहीं हैं.