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झांसी: सीनियर सिटीजन का ख्याल रखती है पुलिस, DIG हैं उनके हीरो

उत्तर प्रदेश के झांसी में एक डीआईजी ने बुजुर्गों की सेवा के लिए एक सीनियर सिटीजन सेल बनाई है. बुजुर्गों की पहचान कर उनकी सुरक्षा का ध्यान रखा जाता है. डीआईजी ने सीनियर सिटीजन सेल का नाम 'सवेरा' रखा है.

डीआईजी ने बुजुर्गों की सेवा के लिए एक सीनियर सिटीजन सेल बनाई.
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Published : Aug 16, 2019, 11:21 AM IST

झांसी: फिल्मों में पुलिस अधिकारियों के बहादुरी भरे किस्से तो खूब देखे होंगे. लेकिन असल में एक ऐसे पुलिस अधिकारी हैं जो रियल लाइफ में किसी हीरो से कम नहीं हैं. यूपी पुलिस में बतौर डीआईजी अपनी सेवाएं दे रहे हैं. उन्होंने बुजुर्गों की सेवा के लिए एक सीनियर सिटीजन सेल बनाई है. जिसका नाम 'सवेरा' रखा है.

डीआईजी ने बुजुर्गों की सेवा के लिए एक सीनियर सिटीजन सेल बनाई.

सीनियर सिटीजन सेल-

  • इस सेल का मकसद है कि अकेले रह रहे बुजुर्गों की पहचान कर उनकी सुरक्षा का ध्यान रखा जाए.
  • डीआईजी सुभाष सिंह बघेल खुद ही उनका हाल लेने आते हैं.
  • वैसे तो वे हर फेस्टिवल में वृद्धा आश्रम जाते हैं लेकिन आजादी का त्योहार जरूर इन बुजुर्गों के साथ मनाते हैं.
  • अपने स्वभाव के मुताबिक हर बार की तरह डीआईजी सुभाष सिंह बघेल इस 15 अगस्त को भी वृद्धा आश्रम पहुंचे और बेसहारा बुजुर्गों के साथ आजादी का जश्न मनाया.
  • मौके पर उन्होंने कुछ खाने पीने का सामान भी बुजुर्गों को दिया है.
  • इसके बाद उन्होंने हर बुजुर्ग से उनकी तबीयत के बारे में पूछा और एक मेडिकल कैंप लगवाने का अश्वासन दिया है.
  • जिन बुजुर्गों की देखभाल के लिए 'सवेरा' सेल काम कर रही है उनके रियल हीरो डीआईजी सुभाष सिंह बघेल ही है.

वरिष्ठ नागरिक संस्था 'सवेरा'-

  • 'सवेरा' सीनियर सिटि़जन पुलिस सेल का गठन एक साल पहले पुलिस उप महानिरीक्षक सुभाष सिंह बघेल द्वारा किया गया था.
  • संस्था वरिष्ठ नागरिकों के सुरक्षार्थ, कल्याणार्थ, हितार्थ और आर्थिक रूप से कमजोर नागरिकों की सहायता के लिए पुलिस और जनता की परस्पर भागीदारी के आधार पर काम कर रही है.
  • डीआईजी ने हर थाने से चार पुलिस कर्मी नियुक्त कर रखे हैं.
  • बुजुर्गों का समय-समय पर हाल लेने के लिए पहुंचे हैं.
  • संस्था में लगभग 450 बुजुर्गों सदस्य हैं.
  • संस्था द्वारा 15 अगस्त और रक्षाबन्धन पर वृद्धाश्रम में रह रहे वृद्धजनों को फल वितरित किए जाते हैं.

पढे़ं-झांसी: स्वतंत्रता दिवस पर DIG और SSP सहित 45 को मिला मेडल

झांसी: फिल्मों में पुलिस अधिकारियों के बहादुरी भरे किस्से तो खूब देखे होंगे. लेकिन असल में एक ऐसे पुलिस अधिकारी हैं जो रियल लाइफ में किसी हीरो से कम नहीं हैं. यूपी पुलिस में बतौर डीआईजी अपनी सेवाएं दे रहे हैं. उन्होंने बुजुर्गों की सेवा के लिए एक सीनियर सिटीजन सेल बनाई है. जिसका नाम 'सवेरा' रखा है.

डीआईजी ने बुजुर्गों की सेवा के लिए एक सीनियर सिटीजन सेल बनाई.

सीनियर सिटीजन सेल-

  • इस सेल का मकसद है कि अकेले रह रहे बुजुर्गों की पहचान कर उनकी सुरक्षा का ध्यान रखा जाए.
  • डीआईजी सुभाष सिंह बघेल खुद ही उनका हाल लेने आते हैं.
  • वैसे तो वे हर फेस्टिवल में वृद्धा आश्रम जाते हैं लेकिन आजादी का त्योहार जरूर इन बुजुर्गों के साथ मनाते हैं.
  • अपने स्वभाव के मुताबिक हर बार की तरह डीआईजी सुभाष सिंह बघेल इस 15 अगस्त को भी वृद्धा आश्रम पहुंचे और बेसहारा बुजुर्गों के साथ आजादी का जश्न मनाया.
  • मौके पर उन्होंने कुछ खाने पीने का सामान भी बुजुर्गों को दिया है.
  • इसके बाद उन्होंने हर बुजुर्ग से उनकी तबीयत के बारे में पूछा और एक मेडिकल कैंप लगवाने का अश्वासन दिया है.
  • जिन बुजुर्गों की देखभाल के लिए 'सवेरा' सेल काम कर रही है उनके रियल हीरो डीआईजी सुभाष सिंह बघेल ही है.

वरिष्ठ नागरिक संस्था 'सवेरा'-

  • 'सवेरा' सीनियर सिटि़जन पुलिस सेल का गठन एक साल पहले पुलिस उप महानिरीक्षक सुभाष सिंह बघेल द्वारा किया गया था.
  • संस्था वरिष्ठ नागरिकों के सुरक्षार्थ, कल्याणार्थ, हितार्थ और आर्थिक रूप से कमजोर नागरिकों की सहायता के लिए पुलिस और जनता की परस्पर भागीदारी के आधार पर काम कर रही है.
  • डीआईजी ने हर थाने से चार पुलिस कर्मी नियुक्त कर रखे हैं.
  • बुजुर्गों का समय-समय पर हाल लेने के लिए पहुंचे हैं.
  • संस्था में लगभग 450 बुजुर्गों सदस्य हैं.
  • संस्था द्वारा 15 अगस्त और रक्षाबन्धन पर वृद्धाश्रम में रह रहे वृद्धजनों को फल वितरित किए जाते हैं.

पढे़ं-झांसी: स्वतंत्रता दिवस पर DIG और SSP सहित 45 को मिला मेडल

Intro:झांसी : आपने फिल्मों में पुलिस अधिकारियों के बहादुरी भरे किस्से तो खूब देखे होंगे लेकिन आज हम आपको ऐसे पुलिस अधिकारी से मिलाने जा रहे हैं जो रियल लाइफ में किसी हीरो से कम नहीं हैं. यूपी पुलिस में बतौर डीआईजी अपनी सेवाएं दे रहे हैं. उन्होंने बुजुर्गों की सेवा के लिए एक सीनियर सिटीजन सेल बनाई है. जिसका नाम 'सवेरा' रखा. इस सेल का मकसद है कि अकेले रह रहे बुजुर्गों की पहचान कर उनकी सुरक्षा का ध्यान रखा जाए. जब भी मौका मिलता है डीआईजी सुभाष सिंह बघेल खुद ही उनका हाल लेने पहुंच जाते हैं. वैसे तो वे हर फेस्टिवल में वृद्धा आश्रम जाते हैं लेकिन आजादी का त्योहार जरूर इन बुजुर्गों के साथ मनाते हैं.




Body:अपने स्वभाव के मुताबिक हर बार की तरह डीआईजी सुभाष सिंह बघेल इस 15 अगस्त को भी वृद्धा आश्रम पहुंचे और बेसहारा बुजुर्गों के साथ आजादी का जश्न मनाया. इस मौके पर उन्होंने कुछ खाने पीने का सामान भी उन्हें दिया. इसके बाद उन्होंने हर बुजुर्ग से उनकी तबीयत के बारे में पूछा और एक मेडिकल कैंप लगवाने का अश्वासन दिया. आश्रम के बुजुर्गों का भी उनके प्रति वेसा ही लगाव देखने को मिला. उन्होंने डीआईजी से दोबारा जल्द आश्रम आने का आग्रह किया. जिन बुजुर्गों की देखभाल के लिए 'सवेरा' सेल काम कर रही है उनके रियल हीरो डीआईजी सुभाष सिंह बघेल ही है.





Conclusion:बतादें कि 'सवेरा' सीनियर सिटि़जन पुलिस सेल का गठन एक साल पहले पुलिस उप महानिरीक्षक सुभाष सिंह बघेल द्वारा किया गया था. यह संस्था वरिष्ठ नागरिकों के सुरक्षार्थ, कल्याणार्थ, हितार्थ व आर्थिक रूप से कमजोर नागरिकों की सहायता के लिए पुलिस व जनता की परस्पर भागीदारी के आधार पर काम कर रही है. इसके लिए डीआईजी ने हर थाने से चार पुलिस कर्मी नियुक्त कर रखे हैं जो समय-समय पर हाल लेने के लिए पहुंचे हैं. संस्था में लगभग 450 सदस्य हैं. संस्था द्वारा 15 अगस्त व रक्षाबन्धन पर वृद्धाश्रम में रह रहे वृद्धजनों को फल वितरित किए गए थे. सीपरी बा़जार व प्रेमनगर वृद्धाश्रम एलईडी टीवी, कूलर व वॉशिंग मशीन प्रदान किए जा चुके हैं. भुखमरी से जूझ रहे मऊरानीपुर गोपालगंज के घनश्याम आर्य को खाद्यान्न सामग्री, चावल, आटा व दाल प्रदान की गयी है. मरईमाता मन्दिर में बीमार महिला शीला को मदर टेरेसा आश्रम में रखकर इलाज कराया गया. इसके साथ ही कई अज्ञात व्यक्तियों को कम्बल, फल व अन्य खाद्य सामग्री वितरित की जाती है.

बाइट- जानकी, बुजुर्ग महिला।
बाइट- मूल चरण, बुजुर्ग।
बाइट- सुभाष सिंह बघेल, डीआईजी।

Regards
Ram Naresh Yadav
Jhansi
9458784159
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