झांसीः उत्तर प्रदेश के झांसी जिले की सीमा तिवारी को उप राष्ट्रपति ने दिल्ली में 'राष्ट्रीय प्रेरणा स्रोत पुरस्कार' से सम्मानित किया. दिव्यांग होने के बाद भी सीमा तिवारी ने परिस्थितियों से हिम्मत नहीं हारी. सीमा के इस हौसले को लेकर 'विश्व दिव्यांग दिवस' पर सीमा तिवारी को 'राष्ट्रीय प्रेरणा स्रोत पुरस्कार' प्रदान किया गया.
सीमा की ग्वालियर में डकैतों के हमले के बाद रीढ़ की हड्डी टूट गई थी, जिसके कारण सीमा शारीरिक रूप से अक्षम हो गईं थीं. सीमा ने हार नहीं मानी. वे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रहीं हैं.
पुरस्कार विजेता सीमा तिवारी ने ईटीवी से बात करते हुए बताया कि इस पुरस्कार के लिए देश भर से 875 आवेदन आए थे. इन आवेदनों में से 65 लोगों का चयन प्रेरणा पुरस्कार के लिए किया गया था. उत्तर प्रदेश से इस पुरस्कार के लिए उन्हें चुना गया. सीमा तिवारी ने कहा कि वे दिव्यांगों के लिए कई प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रही हैं. उन्होंने कहा कि वे भविष्य में दिव्यांगों, वृद्धों के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी रखेंगी.