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National Sports Day 2021: हॉकी के ‘जादूगर’ ध्यानचंद की जंयती पर उठी भारत रत्न देने की मांग

राष्ट्रीय खेल दिवस 2021 (National Sports Day 2021) के दिन 29 अगस्त को देश मेजर ध्यानचंद (Major Dhyan Chand) की जयंती मनाता है. हाल ही में केंद्र सरकार ने राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार करने की घोषणा की है. झांसी में हॉकी के जादूगर को भारत रत्न (Bharat Ratna to Major Dhyan Chand) देने की मांग फिर उठी है.

मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि
मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि
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Published : Aug 29, 2021, 1:28 PM IST

झांसी: भारतीय हॉकी के हीरो मेजर ध्यानचंद को उनकी जयंती (Major Dhyan Chand Jayanti 2021) पर झांसी के हीरोज ग्राउंड स्थित उनकी समाधि स्थल पर रविवार को खेल जगत के दिग्गजों और प्रशासनिक अफसरों ने पहुंचकर श्रद्धाजंलि दी. उत्तर प्रदेश सरकार के खेल निदेशक आर पी सिंह, झांसी के मंडलायुक्त डॉ. अजय शंकर पांडेय, मेजर ध्यानचंद के पुत्र अशोक ध्यानचंद, झांसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष सर्वेश कुमार दीक्षित सहित देश के अलग-अलग हिस्सों से आए खेल जगत के दिग्गजों और प्रशासनिक अमले ने हॉकी के ‘जादूगर’ की समाधि स्थल पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित की.

खेल निदेशक आर पी सिंह ने कहा कि दद्दा का जन्मदिवस पूरा देश खेल दिवस के रूप में मना रहा है. प्रदेश सरकार (UP Government) की ओर से सभी 75 जिलों में हॉकी की प्रतियोगिताओं का आयोजन कर रही है. मेजर ध्यानचंद देश के हीरो थे और हम आज उनके हीरोज ग्राउंड (Hiros Ground) पर उपस्थित हैं. हमारे बहुत से सीनियर और जूनियर खिलाड़ी यहां इकट्ठा हैं. मुझे उम्मीद है कि आने वाले दिनों में काफी अच्छा हॉकी का माहौल होगा. हम 41 साल बाद पदक तालिका में आए हैं. इसका भी बड़ा असर पड़ेगा. महिला और पुरुष खिलाड़ियों ने बेहतर प्रदर्शन किया, जिसे देखकर युवा हॉकी की ओर आकर्षित होंगे. उन्होंने कहा झांसी में हम सुविधाओं से पूर्ण हॉस्टल ला रहे हैं. एक सप्ताह में यहां कोच भी आ जाएंगे.

जानकारी देते खेल निदेशक आर पी सिंह

इसे भी पढ़ें-जानिए क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय खेल दिवस: मेजर ध्यानचंद से क्या है संबंध?

मेजर ध्यानचंद की जयंती पर एक बार फिर से उन्हें भारत रत्न ((Bharat Ratna) देने की मांग भी उठाई गई. भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने अपने सोशल मीडिया पेज पर लिखा कि 'अभी तक दद्दा को भारत रत्न देने की मांग पूरी नहीं हुई है. आदित्य ने लिखा कि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर हमने इस संकल्प के साथ मूर्ति स्थापित की थी कि उन्हें भारत रत्न मिलने पर महाउत्सव मनाएंगे. हम सब के प्रयासों के बाद भी वह मांग पूरी नहीं हो पाई.' आदित्य ने अपील करते हुए आगे लिखा है कि 'आप भी सरकार को पत्र लिखें. सोशल मीडिया पर लिखें कि भारत रत्न हॉकी के जादूगर को समर्पित करें.'

मोदी सरकार ने हाल ही में राजीव गांधी खेल रत्न का नाम अब मेजर ध्यानचंद के नाम पर कर दिया है. बता दें, भारत में हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है और इस दिन खिलाड़ियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है. गौरतलब है कि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद का ध्यान 29 अगस्त को हुआ था. उनकी जयंती के दिन देश में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है. 29 अगस्त 1905 को इलाहाबाद के राजपूत घराने में ध्यानचंद का जन्म हुआ था. उन्होंने हॉकी में भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई थी. उनको सम्मान देने के लिए हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है.

ध्यानचंद की जंयती पर उठी भारत रत्न देने की मांग
ध्यानचंद की जंयती पर उठी भारत रत्न देने की मांग

मेजर ध्यानचंद को फुटबॉल में पेले और क्रिकेट में डॉन ब्रैडमैन के समकक्ष माना जाता है. जानकारी के मुताबिक ध्यानचंद ने तीन बार ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने तीनों बार हॉकी में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया. दूसरे विश्व युद्ध से पहले ध्यानचंद ने लगातार तीन ओलंपिक में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया. ये ओलंपिक साल 1928 में एम्सटर्डम, 1932 में लॉस एंजिल्स और 1936 में बर्लिन में खेले गए थे. मेजर ध्यानचंद को साल 1965 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.

इसे भी पढ़ें-पैरालंपिक : भाविना पटेल ने 53 साल बाद रचा इतिहास, देश को समर्पित किया पदक

झांसी: भारतीय हॉकी के हीरो मेजर ध्यानचंद को उनकी जयंती (Major Dhyan Chand Jayanti 2021) पर झांसी के हीरोज ग्राउंड स्थित उनकी समाधि स्थल पर रविवार को खेल जगत के दिग्गजों और प्रशासनिक अफसरों ने पहुंचकर श्रद्धाजंलि दी. उत्तर प्रदेश सरकार के खेल निदेशक आर पी सिंह, झांसी के मंडलायुक्त डॉ. अजय शंकर पांडेय, मेजर ध्यानचंद के पुत्र अशोक ध्यानचंद, झांसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष सर्वेश कुमार दीक्षित सहित देश के अलग-अलग हिस्सों से आए खेल जगत के दिग्गजों और प्रशासनिक अमले ने हॉकी के ‘जादूगर’ की समाधि स्थल पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित की.

खेल निदेशक आर पी सिंह ने कहा कि दद्दा का जन्मदिवस पूरा देश खेल दिवस के रूप में मना रहा है. प्रदेश सरकार (UP Government) की ओर से सभी 75 जिलों में हॉकी की प्रतियोगिताओं का आयोजन कर रही है. मेजर ध्यानचंद देश के हीरो थे और हम आज उनके हीरोज ग्राउंड (Hiros Ground) पर उपस्थित हैं. हमारे बहुत से सीनियर और जूनियर खिलाड़ी यहां इकट्ठा हैं. मुझे उम्मीद है कि आने वाले दिनों में काफी अच्छा हॉकी का माहौल होगा. हम 41 साल बाद पदक तालिका में आए हैं. इसका भी बड़ा असर पड़ेगा. महिला और पुरुष खिलाड़ियों ने बेहतर प्रदर्शन किया, जिसे देखकर युवा हॉकी की ओर आकर्षित होंगे. उन्होंने कहा झांसी में हम सुविधाओं से पूर्ण हॉस्टल ला रहे हैं. एक सप्ताह में यहां कोच भी आ जाएंगे.

जानकारी देते खेल निदेशक आर पी सिंह

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मेजर ध्यानचंद की जयंती पर एक बार फिर से उन्हें भारत रत्न ((Bharat Ratna) देने की मांग भी उठाई गई. भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने अपने सोशल मीडिया पेज पर लिखा कि 'अभी तक दद्दा को भारत रत्न देने की मांग पूरी नहीं हुई है. आदित्य ने लिखा कि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर हमने इस संकल्प के साथ मूर्ति स्थापित की थी कि उन्हें भारत रत्न मिलने पर महाउत्सव मनाएंगे. हम सब के प्रयासों के बाद भी वह मांग पूरी नहीं हो पाई.' आदित्य ने अपील करते हुए आगे लिखा है कि 'आप भी सरकार को पत्र लिखें. सोशल मीडिया पर लिखें कि भारत रत्न हॉकी के जादूगर को समर्पित करें.'

मोदी सरकार ने हाल ही में राजीव गांधी खेल रत्न का नाम अब मेजर ध्यानचंद के नाम पर कर दिया है. बता दें, भारत में हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है और इस दिन खिलाड़ियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है. गौरतलब है कि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद का ध्यान 29 अगस्त को हुआ था. उनकी जयंती के दिन देश में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है. 29 अगस्त 1905 को इलाहाबाद के राजपूत घराने में ध्यानचंद का जन्म हुआ था. उन्होंने हॉकी में भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई थी. उनको सम्मान देने के लिए हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है.

ध्यानचंद की जंयती पर उठी भारत रत्न देने की मांग
ध्यानचंद की जंयती पर उठी भारत रत्न देने की मांग

मेजर ध्यानचंद को फुटबॉल में पेले और क्रिकेट में डॉन ब्रैडमैन के समकक्ष माना जाता है. जानकारी के मुताबिक ध्यानचंद ने तीन बार ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने तीनों बार हॉकी में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया. दूसरे विश्व युद्ध से पहले ध्यानचंद ने लगातार तीन ओलंपिक में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया. ये ओलंपिक साल 1928 में एम्सटर्डम, 1932 में लॉस एंजिल्स और 1936 में बर्लिन में खेले गए थे. मेजर ध्यानचंद को साल 1965 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.

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