झांसीः जनपद में मूल्य समर्थन योजना के तहत गेहूं खरीद के लिए स्थापित 67 गेहूं क्रय केंद्रों का शनिवार को 20 उच्च अधिकारियों ने औचक निरीक्षण किया तो कई केंद्रों पर अव्यवस्था की पोल खुल गई. साधन सहकारी समिति धमना पर किसान गुलाब सिंह ने बताया कि टोकन प्राप्त होने के बाद भी आज तक गेहूं खरीद के लिए नहीं बुलाया गया.
तहसील गरौठा के गेहूं क्रय केंद्र साधन सहकारी समिति धनौरा के निरीक्षण में केंद्र प्रभारी ने बताया कि बोरे न होने के कारण गेहूं नहीं खरीदा जा रहा है. इसे गम्भीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने पीसीएफ के अधिकारियों की लापरवाही बताया और जिला प्रबन्धक पीसीएफ का वेतन रोके जाने के साथ ही कठोर कार्रवाई के निर्देश दिये. तहसील मोंठ के चिरगांव मण्डी में स्थापित गेहूं क्रय केंद्र भारतीय खाद्य निगम चिरगांव केंद्र पर समय से 06-आर कृषकों को नहीं दिया जा रहा था. इस पर केंद्र प्रभारी को कठोर चेतावनी दी गयी.
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नगर आयुक्त अवनीश कुमार राय, सीडीओ शैलेष कुमार, उपाध्यक्ष झांसी विकास प्राधिकरण सर्वेश दीक्षित, सचिव जेडीए त्रिभुवन विश्वकर्मा, एडीएम राम अक्षयवर चौहान सहित अन्य अधिकारियों को औचक निरीक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. जिलाधिकारी ने बताया कि इस समय जनपद में गेहूं खरीद कुल 72131.30 मेट्रिक टन की जा चुकी है. पिछले वर्ष 52903.33 मेट्रिक टन खरीद हुई थी. जनपद झांसी में 15,061 किसानों से गेहूं क्रय किया गया और 89.89 प्रतिशत भुगतान किसानों के खाते में हस्तान्तरित कर दिया गया है.