झांसी: साल 2019 में खरीफ की फसल के लिए जनपद के 2,37,887 किसानों ने फसल बीमा कराया था. इन सभी किसानों का प्रीमियम भी काटा गया था. लेकिन, फसल का नुकसान होने पर बीमा कंपनी ने 1,38,493 किसानों के ही क्लेम का भुगतान किया और बाकी 43,448 किसानों को अभी तक बीमा क्लेम नहीं दिया जा सका है. किसान संगठनों ने कई बार प्रशासनिक अफसरों और शासन के प्रतिनिधियों को इस मुद्दे से अवगत कराया, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो सका है.
बीमा कम्पनी पर प्रशासन ने उठाये सवाल
इतना ही नहीं बीमा कंपनी जिले के 23,219 किसानों को अपात्र घोषित कर चुकी है. जिस पर जिला प्रशासन आपत्ति दर्ज करा चुका है. दरअसल पिछले दिनों प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की समीक्षा के दौरान यह संज्ञान में आया कि विभिन्न बैंकों ने किसानों की फसल का बीमा करने के साथ प्रीमियम भी काटा, लेकिन बैंक ने इसे पोर्टल पर अपलोड नहीं किया. ऐसे किसानों का बीमा क्लेम अटक गया और वे फसल बीमा क्लेम के भुगतान के लिए चक्कर काट रहे हैं.
किसानों को भुगतान का इंतजार
झांसी जिले में नेशनल इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड को फसल बीमा की जिम्मेदारी मिली हुई है. कम्पनी और बैंक के बीच किसानों के प्रीमियम की धनराशि अटक जाने के कारण हजारों की संख्या में किसान अभी भी खरीफ फसल 2019 में हुए नुकसान के बदले फसल बीमा का क्लेम हासिल नहीं कर सके हैं. जनपद के अलग-अलग हिस्सों में किसान संगठन समय-समय पर धरना-प्रदर्शन कर ऐसे वंचित किसानों को बीमा क्लेम दिलाने की मांग कर रहे हैं.