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झांसी: सैन्य अफसर ने बनाया नया कीर्तिमान, अब विदेश में परचम लहराने की तैयारी

लेफ्टिनेंट कर्नल स्वरूप सिंह कुंतल ने गुरुग्राम में आयोजित अल्ट्रा मैराथन इंडिया में हिस्सा लेकर पहला स्थान हासिल कर आयरनमैन इंडिया का खिताब जीता है. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने बताया कि वह विदेश में होने वाले ट्राइथलॉन खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने की तैयारी कर रहे हैं.

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लेफ्टिनेंट कर्नल स्वरूप सिंह कुंतल.
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Published : Dec 23, 2019, 10:51 PM IST

Updated : Dec 23, 2019, 11:55 PM IST

झांसी: व्हाइट टाइगर ईगल बटालियन में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल स्वरूप सिंह कुंतल अपनी व्यस्ततम नौकरी के बीच समय निकालकर ट्राइथलॉन जैसी कठिन खेल प्रतियोगिताओं में लगातार हिस्सा लेते हैं. पिछले महीने उन्होंने गुरुग्राम में आयोजित अल्ट्रा मैराथन इंडिया में हिस्सा लेकर पहला स्थान हासिल कर आयरनमैन इंडिया का खिताब जीता. स्वरूप सिंह कुंतल को इस उपलब्धि के लिए थल सेना अध्यक्ष जनरल विपिन रावत ने उन्हें सम्मानित कर पदक दिया.

ईटीवी भारत से बातचीत करते लेफ्टिनेंट कर्नल स्वरूप सिंह कुंतल.

भारत में पहली बार हुआ आयोजन
ईटीवी भारत से बातचीत में कुंतल ने बताया कि अल्ट्रामैन इवेंट दुनिया का सबसे कठिन तीन दिवसीय इवेंट होता है. इसमें दस किमी तैराकी, 424 किमी साइकलिंग और 84 किमी रनिंग करनी होती है. पहले दिन दस किमी तैराकी और 148 किमी साइकलिंग करनी होती है, जिसके लिए तेरह घण्टे का समय होता है.

दूसरे दिन 276 किमी साइकलिंग और तीसरे दिन 84 किमी रनिंग होती है, जिसके लिए 13-13 घण्टे का समय दिया जाता है. तेरह घण्टे के भीतर पूरा नहीं कर पाने पर प्रतिभागी अयोग्य घोषित हो जाते हैं. इस पूरे इवेंट को मैंने कुल 27 घण्टे 46 मिनट में पूरा कर पहला स्थान हासिल किया था.

इस इवेंट को दिल्ली इंटरनेशनल ट्रायथलान ने गुरुग्राम में आयोजित किया था. यह इवेंट पहली बार देश में 23 से 25 नवम्बर तक आयोजित किया गया. इसके अलावा यह इवेंट एरिजोना, फ्लोरिडा और कनाडा में भी होता है.

समय का तालमेल बिठाना चुनौती
स्वरूप सिंह कुंतल ने बताया कि ट्राइथलॉन एक बहुत ही मुश्किल इवेंट होता है. तैराकी, साइकलिंग और रनिंग तीनों के बीच तालमेल बिठाना पड़ता है. इसके लिए नियमित दिनचर्या और खानपान पर खास ध्यान रखना पड़ता है.

इस तरह मिली प्रेरणा
कुंतल बताते हैं कि ट्राइथलॉन तीनों प्रतिस्पर्धाओं को मिलाकर बनता है. मेरे भाई मेजर सचिन सिंह नेशनल साइकलिस्ट हैं. उनके साथ मिलकर मुझे साइकलिंग का शौक लगा. मैं पैरा कमांडो हूं मैनें 2003 में पैरा की कठिन ट्रेनिंग ली है. तबसे मुझे रनिंग से लगाव हुआ. साथ ही एनडीए के समय में मैनें स्विमिंग सीखी थी.

विदेश में परचम लहराने की तैयारी
कुंतल ने बताया कि अल्ट्रामैन इंडिया में पहला स्थान मिलने पर थल सेना अध्यक्ष जनरल विपिन रावत ने बुलाकर मुझे प्रशस्ति पत्र और पदक देकर सम्मानित किया था. मेरा लक्ष्य है कि अगले वर्ष होने वाले अल्ट्रामैन एरिजोना और अल्ट्रामैन फ्लोरिडा में हिस्सा लूं और उसके लिए तैयारी भी कर रहा हूं.

इसे भी पढ़ें:- मेरठ: हिंसा फैलाने वाले उपद्रवियों की फोटो चस्पा, सूचना देने वाले को मिलेगा इनाम

झांसी: व्हाइट टाइगर ईगल बटालियन में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल स्वरूप सिंह कुंतल अपनी व्यस्ततम नौकरी के बीच समय निकालकर ट्राइथलॉन जैसी कठिन खेल प्रतियोगिताओं में लगातार हिस्सा लेते हैं. पिछले महीने उन्होंने गुरुग्राम में आयोजित अल्ट्रा मैराथन इंडिया में हिस्सा लेकर पहला स्थान हासिल कर आयरनमैन इंडिया का खिताब जीता. स्वरूप सिंह कुंतल को इस उपलब्धि के लिए थल सेना अध्यक्ष जनरल विपिन रावत ने उन्हें सम्मानित कर पदक दिया.

ईटीवी भारत से बातचीत करते लेफ्टिनेंट कर्नल स्वरूप सिंह कुंतल.

भारत में पहली बार हुआ आयोजन
ईटीवी भारत से बातचीत में कुंतल ने बताया कि अल्ट्रामैन इवेंट दुनिया का सबसे कठिन तीन दिवसीय इवेंट होता है. इसमें दस किमी तैराकी, 424 किमी साइकलिंग और 84 किमी रनिंग करनी होती है. पहले दिन दस किमी तैराकी और 148 किमी साइकलिंग करनी होती है, जिसके लिए तेरह घण्टे का समय होता है.

दूसरे दिन 276 किमी साइकलिंग और तीसरे दिन 84 किमी रनिंग होती है, जिसके लिए 13-13 घण्टे का समय दिया जाता है. तेरह घण्टे के भीतर पूरा नहीं कर पाने पर प्रतिभागी अयोग्य घोषित हो जाते हैं. इस पूरे इवेंट को मैंने कुल 27 घण्टे 46 मिनट में पूरा कर पहला स्थान हासिल किया था.

इस इवेंट को दिल्ली इंटरनेशनल ट्रायथलान ने गुरुग्राम में आयोजित किया था. यह इवेंट पहली बार देश में 23 से 25 नवम्बर तक आयोजित किया गया. इसके अलावा यह इवेंट एरिजोना, फ्लोरिडा और कनाडा में भी होता है.

समय का तालमेल बिठाना चुनौती
स्वरूप सिंह कुंतल ने बताया कि ट्राइथलॉन एक बहुत ही मुश्किल इवेंट होता है. तैराकी, साइकलिंग और रनिंग तीनों के बीच तालमेल बिठाना पड़ता है. इसके लिए नियमित दिनचर्या और खानपान पर खास ध्यान रखना पड़ता है.

इस तरह मिली प्रेरणा
कुंतल बताते हैं कि ट्राइथलॉन तीनों प्रतिस्पर्धाओं को मिलाकर बनता है. मेरे भाई मेजर सचिन सिंह नेशनल साइकलिस्ट हैं. उनके साथ मिलकर मुझे साइकलिंग का शौक लगा. मैं पैरा कमांडो हूं मैनें 2003 में पैरा की कठिन ट्रेनिंग ली है. तबसे मुझे रनिंग से लगाव हुआ. साथ ही एनडीए के समय में मैनें स्विमिंग सीखी थी.

विदेश में परचम लहराने की तैयारी
कुंतल ने बताया कि अल्ट्रामैन इंडिया में पहला स्थान मिलने पर थल सेना अध्यक्ष जनरल विपिन रावत ने बुलाकर मुझे प्रशस्ति पत्र और पदक देकर सम्मानित किया था. मेरा लक्ष्य है कि अगले वर्ष होने वाले अल्ट्रामैन एरिजोना और अल्ट्रामैन फ्लोरिडा में हिस्सा लूं और उसके लिए तैयारी भी कर रहा हूं.

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Intro:झांसी.

मोजो से भेजी गई खबर के लिए विजुअल व तस्वीरें।

Body:लक्ष्मी नारायण शर्मा
झांसी
9454013045Conclusion:
Last Updated : Dec 23, 2019, 11:55 PM IST
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