झांसी: जनपद के टहरौली थाना क्षेत्र में एक प्रवासी मजदूर ने अपनी बीमार पत्नी की मौत के गम में खेत में स्थित कुएं में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. लॉकडाउन के चलते दिल्ली में काम बंद होने की वजह से वह अपनी पत्नी के साथ अपने गांव वापस आया था. मजदूर ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उसने अपने हिस्से की जमीन बुआ को देने की बात कही है.
पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने मजदूर के शव को भेजा जानकारी के मुताबिक पिपरा गांव निवासी भगवत दिल्ली में काम करने के लिए गया था. वहीं काम करने के दौरान उसकी मुलाकात शिवानी से हो गई थी. शिवानी के मां-बाप नहीं थे. दो साल पहले मजदूर ने दिल्ली में शिवानी से शादी कर ली थी. शादी के बाद शिवानी को टीबी की बीमारी हो गई. उसका दिल्ली में इलाज भी चल रहा था. इसी बीच वह गर्भवती हो गई थी और दोनों काफी खुश थे.वहीं लॉकडाउन में काम धंधा बंद हो गया था, जिसके कारण दिल्ली में रहने में दिक्कत होने लगी तो वह दोनों पैदल ही अपने गांव आ गए. चार-पांच दिन पहले उसकी पत्नी की तबीयत अचानक खराब हो गई. वह पत्नी को लेकर झांसी मेडिकल कॉलेज गया, जहां उसका इलाज कराया गया. हालत में सुधार होने के बाद वह अपने गांव वापस आ रहा था कि तभी रास्ते में पत्नी की मौत हो गई. पत्नी के गम में गांव पहुंचकर भगवत ने सुसाइड नोट लिखकर फांसी लगाकर जान दे दी. उसने सुसाइड नोट में अपने हिस्से की जमीन बुआ को देने की बात लिखी.
दोनों शवों को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
-हरिराम यादव, सीओ