झांसी: जिले के मऊरानीपुर कस्बे की सीमा समीपवर्ती महोबा जनपद और मध्य प्रदेश के छतरपुर से लगती है. दिल्ली और दूरस्थ शहरों से अभी भी बड़ी संख्या में पैदल मजदूरों के आने का सिलसिला जारी है. छतरपुर, बांदा और महोबा की ओर जाने वाले मजदूर इसी स्थान से झांसी को पार करते हैं. पुलिस और प्रशासन की चेकिंग में पकड़े जाने वाले मजदूरों को मऊरानीपुर में बनाए गए क्वारन्टीन सेंटर में रखा जाता है.
मऊरानीपुर कस्बे में इस समय नगर पालिका के यात्री प्रतीक्षालय और मूलादेवी धर्मशाला को क्वारन्टीन सेंटर बनाया गया है. इनमें अधिकांश बांदा जनपद के रहने वाले मजदूरों को क्वारन्टीन कर रखा गया है. यह दिल्ली, हरियाणा या अन्य राज्यों से पैदल चलकर आए हैं. मूलादेवी धर्मशाला में और यात्री प्रतीक्षालय में मजदूर क्वारन्टीन कर रखे गए हैं. हालांकि बड़ी संख्या में मजदूर बॉर्डर पार कर अपने गृह जनपदों के लिए भी जा चुके हैं. बहुत सारे मजदूर ऐसे भी हैं, जिनको रखने के लिए व्यवस्था बनाई जा रही है. स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद इन मजदूरों को घर भेजने की व्यवस्था की जाएगी.
मऊरानीपुर नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि सभी लोगों के खाने-पीने की बेहतर व्यवस्था की गई है. यह लोग कोटा, दिल्ली, मथुरा या अन्य जगहों से आ रहे थे. पुलिस प्रशासन ने इन्हें रोका और फिर यहां क्वारन्टीन किया गया. यहां इन्हें सभी तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं और किसी भी तरह की असुविधा नहीं है.
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