झांसी: जनपद में कोरोना काल के दौरान आर्थिक सम्बल प्रदान करने के मकसद से ग्रामीण स्वयं सहायता समूहों से पंचायती राज विभाग ने मास्क तो बनवाये, लेकिन कई समूहों को अब तक भुगतान नहीं किया गया है. इससे बड़ी संख्या में महिलाओं को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है.
बंगरा ब्लॉक के सकरार गांव की सन्तोषी माता स्वयं सहायता समूह की सदस्य मीरा देवी ने बताया कि उनके समूह ने 5500 मास्क बनाये थे. बनाने का सामान हमें दिया गया था. तीन रुपये प्रति मास्क के हिसाब से बनवाने का भुगतान देने को कहा गया था. हमने यह मास्क दो महीने पहले तैयार किया था, लेकिन भुगतान आज तक नहीं हुआ.
मुख्य विकास अधिकारी शैलेश कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि मेरी जानकारी में आज ही यह मामला आया है. मैंने तत्काल डीपीआरओ और डीसी एनआरएलएम को बुलाया. बताया गया है कि तीन ब्लॉकों में यह समस्या थी. एनआरएलएम से सम्बंधित ग्राम पंचायतों को बिल देरी से भेजे गए थे. इस कारण भुगतान में विलंब हुआ. स्वयं सहायता समूह स्वयं इतने सक्षम नहीं होते कि उन्हें बिलिंग आदि का ज्ञान हो. हमने डीसी को निर्देशित किया है कि डीपीआरओ से समन्वय स्थापित कर दो से तीन दिनों में भुगतान कराना सुनिश्चित करें.