झांसीः प्रदेश की योगी सरकार महिलाओं की सुरक्षा का दावा करती है. लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हुआ दस रुपये के स्टांप पर किशोरियों की खरीद फरोख्त करने वालों ने दावों की पोल खोलकर रख दी है. शहर कोतवाली क्षेत्र में अपहृत हुई किशोरियों की मां का आरोप है कि उनकी पुत्रियों को पहले अपहरण कर 10 रुपये के स्टांप पर बेच दिया गया था. पुलिस ने किशोरियों को तो बरामद कर लिया. लेकिन 10 रुपये के स्टांप पर खरीद फरोख्त करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. इस वजह दबंगों ने एकबार फिर उसकी पुत्रियों को देर रात अपहरण कर फरार हो गए हैं.
कोतवाली क्षेत्र के उन्नाव गेट बाहर निवासी पीड़िता गायत्री ने कोतवाली थाना में दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि अप्रैल 2022 में उसकी दो नाबालिग पुत्रियों को रिश्तेदारों ने अपहरण कर दस रुपये के स्टांप पर बेच दिया था. शिकायत के बाद पुलिस ने नवंबर माह में बेटियों को बरामद कर न्यायालय के आदेश पर उन्हें सौंप दिया था. आरोप है कि पुलिस ने स्टांप पर खरीद फरोख्त करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी. जिसके चलते दबंगों के हौसले इतने बुलंद हो गए कि उन्होंने सोमवार की देर रात घर पर चार पहिया गाड़ी से आकर उसकी दोनों पुत्रियों का फिर से अपहरण कर फरार हो गए. पीड़िता ने कोतवाली पुलिस को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है.
वहीं, घटना के संबंध में मंगलवार को शहर कोतवाल तुलसीराम पांडेय ने बताया कि उनको शिकायत मिली है. उन्होंने संबंधित चौकी प्रभारी को जांच करने का आदेश दिया है. शहर कोतवाल ने कहा कि पहले भी यह मामला 2 बार दर्ज हो चुका है. जिसमें एक युवक जेल में भी है. फिलहाल शिकायतकर्ता से जानकारी ली जा रही है. प्रथम दृष्टा जांच में ऐसा लग रहा है कि, दोनों लड़कियां पहले भी उनके साथ जा चुकी हैं. इस बार भी ज्ञात हो रहा है कि लड़कियों ने उनको फोन करके बुलाया हो. इसके बाद अपनी मर्जी से उनके साथ गाड़ी में बैठ कर चली गई हों.
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