झांसी: रानी लक्ष्मीबाई को उनकी जयंती पर गुरुवार को पुलिस ने सलामी दी. एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु की मौजूदगी में पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर रानी लक्ष्मीबाई को सलामी दी. रानी लक्ष्मी बाई की तस्वीर पर पुलिस अफसरों ने पुष्प अर्पित कर रानी लक्ष्मी को नमन किया.
सभी थानों में आयोजित हुए कार्यक्रम
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अलावा पुलिस लाइन और पुलिस विभाग के सभी दफ्तरों में रानी लक्ष्मीबाई को उनकी जयंती पर याद किया गया. जनपद के सभी थानों में रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित हुए और थाने के प्रभारियों ने स्टाफ के साथ मिलकर रानी लक्ष्मीबाई को उनकी जयंती पर याद किया. एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने बताया कि पुलिस कार्यालय में रानी लक्ष्मी बाई की जयंती पर पुष्पांजलि कर उन्हें सलामी दी गई है. इसके अलावा सभी थानों में दीपों से सजावट भी की गई.
बुन्देली शासकों ने नहीं दिया था साथ
इतिहास में भले ही वृतान्त का खुलकर वर्णन न किया गया हो, लेकिन अंग्रेज सैनिकों से रानी की हार का प्रमुख कारण बुन्देली शासकों का साथ न देना भी रहा है. स्वराज क्रान्ति के लिए रानी के साथ खड़े अधिकतर बुन्देलों ने रानी से तब दूरियां बना लीं, जब स्वतन्त्रता संग्राम का शंखनाद हो गया और अंग्रेज सैनिकों ने रानी पर आक्रमण कर दिया. यह पूरी लड़ाई रानी ने अकेले ही लड़ी और वीरगति को प्राप्त हुई.