झांसी : कोविड काल में जहां बड़ी संख्या में दुकानदारों और व्यापारियों के काम-धंधे ठप हो गए हैं, वहीं दूसरी ओर झांसी नगर निगम ने इस संकट और महामारी के समय में निगम की दुकानों का किराया मनमाने तरीके से बढ़ा दिया है, इससे व्यापारियों में काफी नाराजगी है. मंगलवार को शहर के कई व्यापारिक संगठनों के सदस्यों ने दुकानों के बढ़े हुए किराए के खिलाफ प्रदर्शन कर जुलूस निकाला और नगर निगम कार्यालय में महापौर का घेराव कर दुकानों का बढ़ाया गया किराया वापस लेने की मांग की.
उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल प्रदेश, इलाइट चौराहा व्यापार मंडल और सुभाष गंज व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने सुबह से अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर तिलक मार्केट में प्रदर्शन किया. यहां से सभी दुकानदार और व्यापारी एकत्रित होकर नारेबाजी करते जुलूस के रूप में नगर निगम पहुंचे और मुख्य गेट पर धरना-प्रदर्शन किया. व्यापारियों ने इस दौरान बढ़े हुए किराये को लेकर अपना आक्रोश व्यक्त किया. प्रदर्शन के बाद महापौर कक्ष में महापौर रामतीर्थ सिंघल को ज्ञापन देकर दुकानों के बढ़े हुए किराए को अविलंब वापस लेने की मांग की.
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उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय पटवारी ने कहा कि नगर निगम की झांसी शहर में 1200 से अधिक दुकानें हैं. नगर निगम का दुकानों का किराया 300 प्रतिशत से 1200 प्रतिशत तक बढ़ाने का तुगलकी फरमान अविलंब वापस लिया जाए. वहीं व्यापारियों ने नगर निगम की दुकानों की मरम्मत, ट्रांसफर और उन्हें डबल स्टोरी करने की भी मांग रखी. हालांकि महापौर ने व्यापारियों को एक आश्वासन दिया है. उन्होंने नाराज व्यापारियों की बातों को सुनकर कहा कि जल्द ही एक बैठक कर समस्या का समाधान कराया जाएगा.