झांसी: रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर 19 नवंबर को झांसी में दिवाली की तरह भव्य आयोजनों की तैयारी है. सामाजिक संगठन और आम लोग मिलकर इस दिन हर घर और गली-मोहल्ले में दीपांजलि कार्यक्रमों के साथ ही कई तरह के आयोजन करेंगे. रानी लक्ष्मीबाई से जुड़े स्थलों को भी खास ढंग से सजाने को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां चल रही हैं.
रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर रोशनी से जगमगाएगा झांसी
19 नवंबर को रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर झांसी में दिवाली जैसा माहौल होगा. सामाजिक संगठन के साथ आम लोग मिलकर दीपांजलि कार्यक्रमों के साथ ही कई अन्य आयोजन करेंगे. आयोजकों के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ भी कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं.
रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर रोशनी से जगमगाएगा झांसी.
झांसी: रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर 19 नवंबर को झांसी में दिवाली की तरह भव्य आयोजनों की तैयारी है. सामाजिक संगठन और आम लोग मिलकर इस दिन हर घर और गली-मोहल्ले में दीपांजलि कार्यक्रमों के साथ ही कई तरह के आयोजन करेंगे. रानी लक्ष्मीबाई से जुड़े स्थलों को भी खास ढंग से सजाने को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां चल रही हैं.
उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय पटवारी ने कहा कि झांसी की रानी की वीरगाथा पूरे विश्व में गाई जाती है. पिछले नौ सालों से हम कोशिश कर रहे हैं कि उनकी जयंती के कार्यक्रम को राष्ट्रीय स्तर पर लाया जाए. नौ साल में हम इस स्तर पर पहुंच गए हैं कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी 19 नवम्बर को झांसी आने की संभावना बन रही है.
प्रकाश व्यवस्था और आतिशबाजी का होगा आयोजन
संजय पटवारी कहते हैं कि हमारा लक्ष्य है कि रानी की जयंती को दिवाली की तरह मनाया जाए. रानी की जयंती के अवसर पर मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों पर दीपक और रोशनी की जगमगाहट देखने को मिलेगी. साथ ही आतिशबाजी होगी. जयंती के दिन नगर में कई यात्राएं निकल रही हैं. हम ऐसा आयोजन करने की तैयारी में हैं कि पूरी दुनिया में यह संदेश जाए कि किसी महापुरुष की जयंती यादगार तरीके से मनाई गई है.
उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय पटवारी ने कहा कि झांसी की रानी की वीरगाथा पूरे विश्व में गाई जाती है. पिछले नौ सालों से हम कोशिश कर रहे हैं कि उनकी जयंती के कार्यक्रम को राष्ट्रीय स्तर पर लाया जाए. नौ साल में हम इस स्तर पर पहुंच गए हैं कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी 19 नवम्बर को झांसी आने की संभावना बन रही है.
प्रकाश व्यवस्था और आतिशबाजी का होगा आयोजन
संजय पटवारी कहते हैं कि हमारा लक्ष्य है कि रानी की जयंती को दिवाली की तरह मनाया जाए. रानी की जयंती के अवसर पर मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों पर दीपक और रोशनी की जगमगाहट देखने को मिलेगी. साथ ही आतिशबाजी होगी. जयंती के दिन नगर में कई यात्राएं निकल रही हैं. हम ऐसा आयोजन करने की तैयारी में हैं कि पूरी दुनिया में यह संदेश जाए कि किसी महापुरुष की जयंती यादगार तरीके से मनाई गई है.