झांसी: वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर उस समय हड़कंप मच गया, जब गुरुवार को बुर्का पहने हुए एक संदिग्ध युवक को जीआरपी ने पकड़ा. युवक का इस तरह बुर्का पहनकर स्टेशन पर घूमने की वजह पुलिस के लिए काफी देर तक रहस्य बनी रही. शक गहराने पर जीआरपी ने गिरफ्तार संदिग्ध को थाने ले गई जहां उससे पूछताछ की गई.
त्योहारों को देखते हुए जीआरपी और आरपीएफ की स्टॉफ सतर्क है. रेलवे स्टेशन पर सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है. स्टेशन पर आने-जाने वाले संदिग्धों की तलाशी ली जा रही है. इसी दौरान स्टेशन मास्टर ने एक संदिग्ध बुर्कानशीन को प्लेटफार्म नंबर एक पर देखा. उसकी चालढाल और पैरों में जूते देख जीआरपी को बुर्का में पुरुष के होने का संदेह हुआ. जीआरपी ने उसे रोक लिया. इसके बाद जब बुर्काधारी से पूछताछ की गई तो पर्दाफाश हो गया. बुर्का के अंदर दाढ़ी मूछों बाला पुरुष निकला. जिसके बाद तत्काल जीआरपी ने उसे घेरे में ले लिया.
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जीआरपी के पूछताछ करने पर युवक ने जब अपना नाम और पता बताया तो सब आश्चर्यचकित रह गए. बुर्का धारी युवक हिन्दू निकला. उसने अपना नाम आकाश चतुर्वेदी निवासी नरसिंह राव टोरिया कोतवाली झांसी बताया. युवके के पास से कानपुर ट्रेन का टिकट निकला, जो पुराना था.
जीआरपी ने युवक से काफी पूछताछ की पर उसने बुर्का क्यों पहना और इसके पीछे उसका क्या उद्देश्य था और बुर्का पहन कर स्टेशन क्यों पहुंचा ये काफी देर तक रहस्य बना रहा. जीआरपी ने संदिग्ध को थाने ले गयी. बाद में थाने पहुंचे संदिग्ध के पिता ने बताया कि युवक दोहरा चरित्र निभाने का शौकीन है, जिसके बाद जीआरपी ने बिना किसी कार्रवाई के उसे छोड़ दिया.
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