झांसी: शनिवार को घर में विवाह की खुशियों के बाद उस समय सन्नाटा पसर गया, जब सात फेरे लेकर दूल्हा-दुल्हन ने जिंदगी भर साथ निभाने की कसमें खा लीं. विदाई के दौरान अचानक दूल्हा गिर गया और उसको मिर्गी का दौरा पड़ा, तो दुल्हन सभी कसमें वादे भूल गई और दूल्हे के साथ जाने से इंकार कर दिया. मामला थाने पहुंचा और बारात को बिना दुल्हन (Bride returned barat in Jhansi) के लौटना पड़ा.
झांसी के कोतवाली थाना क्षेत्र अलीगोल खिड़की निवासी दीपक शाक्य ने बताया कि उनकी बहन की शादी प्रेमनगर के राजकुमार से होनी थी. 11 मार्च शनिवार रात को बारात आयी. धूमधाम से हमने अपनी बहन की शादी की. सुबह होते ही विदाई की तैयारियां होने लगीं. विदाई का कार्यक्रम शुरू हुआ, तो दुल्हन को कार में बिठाया गया. इसी दौरान पहले दूल्हे को चक्कर आया और वह बेहोश होकर गिर गया.
झांसी में दूल्हे को मिर्गी का दौरा (groom suffers epilepsy attack in jhansi) पड़ने के बाद उसके घरवालों ने उसे चप्पल सुंघाई, तो वो ठीक हो गया. विदाई का कार्यक्रम रोक दिया गया और दुल्हन ने भी दूल्हे के साथ जाने से इंकार कर दिया. दूल्हा और उसके परिजन सफाई देते रहे कि कोई बीमारी नहीं है. बस थकान की वजह से चक्कर आ गया, लेकिन दुल्हन तैयार नहीं हुई. काफी देर विवाद हुआ, जब बात नहीं बनी तो दूल्हा अपने रिश्तेदारों और परिजनों के साथ कोतवाली पहुंच गया. उसकी शिकायत सुनकर दुल्हन और उसके परिजनों को बुलाया गया.
पुलिस ने दोनों पक्षों की बातचीत सुनी और आपस में सुलह-समझौता करने की बात कही, मगर बात नहीं बनी. दुल्हन ने अपने भविष्य का हवाला दिया और दूल्हे के साथ जाने से इंकार कर दिया. मामले की गम्भीरता को देखते हुए कोतवाली पुलिस ने इस समस्या का हल बाद में निकालने का आश्वासन देते हुए दूल्हे पक्ष को वहां से जाने के लिए कह दिया. बाद में दुल्हन भी अपने भविष्य का हवाला देते हुए कोतवाली से अपने परिजनों के साथ घर चली गई. इस तरह बारात बिना दुलहन के ही वापस लौटी.
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