झांसी: पूर्व मंत्री डॉ. रवींद्र शुक्ला ने कोरोना मरीजों के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. पूर्व मंत्री ने एसबीआई के चीफ मैनेजर की मौत की बड़ी वजह डॉक्टरों की लापरवाही बताई है.
दरअसल, पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर सिद्धेश्वर नगर में स्थित एक वृद्धा आश्रम में एक कार्यक्रम आयोजन हुआ था. इस कार्यक्रम में यूपी सरकार के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता रवींद्र शुक्ल भी पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि झांसी में एसबीआई के चीफ मैनेजर की मौत मेडिकल लापरवाही के कारण हुई है. दरअसल, पूर्व मंत्री भी कुछ दिनों पूर्व कोरोना संक्रमित हुए थे और अपने अनुभव को बताते हुए उन्होंने यह बात कही.
कोरोना के इलाज में लापरवाही
पूर्व मंत्री ने कहा कि एसबीआई के चीफ मैनेजर की मौत मेडिकल लापरवाही के कारण हुई, जो मेरे साथ होते-होते बची. मैं कोरोना से ठीक हो गया और मेरी रिपोर्ट अब निगेटिव है. इसके बाद मैं एहतियातन मेडिकल कॉलेज में सीटी स्कैन कराने चला गया. डॉक्टर ने मुझे तत्काल भर्ती होने को कहा. मैंने पीजीआई में चिकित्सक से बात की तो उन्होंने सीटी स्कैन का वीडियो मांगा. मैंने भेज दिया, फिर उन्होंने यह पूछा कि ये डॉक्टर इंजेक्शन कौन सा लगाएंगे. मैंने उन्हें इंजेक्शन का नाम बताया तो उन्होंने कहा कि जब कोरोना मर चुका है, तब यह इंजेक्शन क्यों दे रहे हैं.
पूर्व मंत्री ने कहा कि इसके बाद मैं मेदांता चला गया. वहां उन्होंने मुझे फेफड़े की समस्या को देखते हुए छह सप्ताह की दवा दे दी और कहा कि कुछ नहीं होगा. ठीक ऐसी ही स्थिति चीफ मैनेजर की हुई थी. वह ठीक हो चुके थे. कोरोना निगेटिव हो चुका था. इसके बाद वही इंजेक्शन लगाया गया, जिसके बाद उसकी मौत हुई है. वहां जो कोविड का इंचार्ज है, वह एनेस्थीसिया का डॉक्टर है और किसी दूसरे रोग का डॉक्टर यहां है. कैसे इलाज हो जब कुछ है ही नहीं.