झांसी : केन्द्र सरकार के अंतरिम बजट में किसानों के लिए गए ऐलान का जहां कुछ किसान स्वागत कर रहे हैं तो वहीं कुछ किसान बजट को लेकर सवाल उठा रहे हैं. जिले में किसानों ने मिली जुली प्रतिक्रिया दी है. किसान 2 हेक्टेयर की सीमा को उचित नहीं मानते. साथ ही छह हजार रुपये की मदद को भी कम मानते हैं.
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किसान गोविंद दास कहते हैं कि इतने में तो खाद-बीज की भी व्यवस्था नहीं हो पाएगी. वहीं प्रताप कुशवाहा कहते हैं कि महीने में पांच सौ रुपये सरकार देगी. इससे बेहतर तो एक दिन में मजदूरी कर तीन सौ रुपये कमा सकते हैं. वहीं किसान करोड़ी यादव कहते हैं कि बड़े काश्तकारों को भी इसका फायदा मिलना चाहिए था.
बृज किशोर पाल का कहना है कि बड़ी जोत के किसान खाद्यान्न की आपूर्ति करते हैं. उनको भी लाभ दिया जाना चाहिए था. वहीं शंभू दयाल का कहना है कि योजना का लाभ सभी किसानों को मिलना चाहिये.