झांसी: उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मण्डल को पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों के लिए बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है. मण्डल के 5 रेलवे स्टेशनों को आईएसओ सर्टिफिकेट से नवाजा गया है. इस बार को मिलाकर अब तक झांसी मण्डल के 11 स्टेशनों को आईएसओ 14001:2015 प्रमाण पत्र मिल चुके हैं. इसी के साथ झांसी मण्डल उत्तर मध्य रेलवे में पहले पायदान पर पहुंच गया है. यह सर्टिफिकेट पर्यावरण संरक्षण और साफ-सफाई को देखते हुए दिया जाता है.
जानिये कब दिया जाता है यह सर्टिफिकेट
आईएसओ 14001:2015 प्रमाण पत्र पर्यावरण से जुड़े कई मानकों के पालन पर दिया जाता है. स्टेशन पर कचरा नियंत्रण एवं प्रथक्करण, प्लास्टिक बोतल क्रशिंग मशीन का उपयोग, डस्टबिन की उपलब्धता, कूड़ा उठाने की व्यवस्था, पौधरोपण, खुले में शौच रोकने के लिए जागरूकता अभियान, गन्दे पानी के निस्तारण के लिये रिसाइक्लिंग प्लांट के संस्थापन आदि प्रयासों के कारण झांसी मण्डल के स्टेशनों को यह उपलब्धि दी जाती है.
आईएसओ सर्टिफिकेट झांसी रेलवे मण्डल के ललितपुर, मुरैना, दतिया, डबरा और उरई स्टेशनों को आईएसओ दूसरे चरण में प्रमाण पत्र दिया गया है. पहले चरण में झांसी, ग्वालियर, खजुराहो, बांदा, महोबा और चित्रकूट धाम कर्बी स्टेशनों को पर्यावरण संरक्षण और साफ-सफाई के कारण यह प्रमाण पत्र मिल चुका है.
पर्यावरण प्रबंधन के लिए अभी हमारे पांच स्टेशनों को आईएसओ सर्टिफिकेशन मिला है. इससे पहले हमारे छह बड़े स्टेशनों को यह सर्टिफिकेट मिल चुका है. आईएसओ सर्टिफिकेशन के मामले में उत्तर मध्य रेलवे में झांसी मण्डल में प्रथम स्थान पर है. पर्यावरण के अनुकूल दिशा-निर्देशों के अनुसरण पर यह प्रमाण पत्र मिलता है. संबंधित संस्थान कई चरणों में इसका परीक्षण करता है और फिर प्रमाण पत्र प्रदान करता है.
मनोज कुमार सिंह,जन सम्पर्क अधिकारी, रेलवे झांसी मण्डल
इसे भी पढ़ें-प्रियंका गांधी के आजमगढ़ दौरे पर जानिये बीजेपी के केंद्रीय मंत्री ने क्या कहा