झांसी: कोरोना महामारी से निपटने को लेकर जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने सोमवार को विकास भवन सभागार में क्लीनिक व प्राइवेट नर्सिंग होम के चिकित्सकों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान डीएम ने कहा कि एंटीजन किट उपलब्ध होने के बाद भी कोविड जांच नहीं करने वाले तीन नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
डीएम ने बैठक में शामिल डॉक्टरों से कहा कि समस्त मरीजों का एन्टीजन टेस्टिंग करना अनिवार्य है. साथ ही मरीजों के साथ आने वाले अटेंडेंट का भी एंटीजन टेस्ट किया जाना अनिवार्य है. उन्होंने नर्सिग होम के संचालक और क्लीनिक संचालित करने वाले चिकित्सकों से बात करते हुए कहा कि मरीजों के साथ असंवेदनशील व्यवहार न करें. मरीजों की टेस्टिंग अनिवार्य है. यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो आपदा अधिनियम के तहत कार्रवाई के लिए बाध्य होना पड़ेगा.
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने 135 नर्सिंग होम के चिकित्सकों व क्लीनिक संचालित करने वाले चिकित्सकों से बात की. उन्होंने कहा कि एंटीजन किट उपलब्ध कराए जाने के बाद भी मरीजों की टेस्टिंग नहीं की जा रही है. प्रत्येक नर्सिंग होम को उपलब्ध कराई गई एंटीजन किट के माध्यम से अब तक की गई टेस्टिंग की समीक्षा की. साथ ही 45 निजी चिकित्सालयों द्वारा एंटीजन किट प्राप्त नहीं करने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की.
डीएम ने कहा कि नर्सिंग होम के डॉक्टर मरीजों का इलाज कर ही रहे हैं तो कोविड मरीजों का भी इलाज करें. उन्होंने नर्सिंग होम व क्लीनिक के चिकित्सकों को तत्काल एंटीजन किट प्राप्त करने के निर्देश दिए. उन्होंने आईसीएमआर फार्म भी प्राप्त करने और उसमें मरीज का आधार नंबर व मोबाइल नंबर अवश्य दर्ज करने का सुझाव दिया, ताकि उसे ट्रेस किया जा सके.