झांसी : जिले में मध्य प्रदेश के लेखपाल ने सोशल मीडिया पर अलविदा पोस्ट करने के बाद आत्महत्या कर ली. पुलिस ने गोताखोरों की मदद से तालाब से शव बरामद कर लिया है. घटना के पीछे का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. परिवार ने हत्या की आशंका जताई है. लेखपाल ने कई पेज का सुसाइड नोट भी छोड़ा है. परिजनों के मुताबिक युवक कुछ दिनों से 'मृत्यु का दंड' उपन्यास पढ़ रहा था.
मध्य प्रदेश के शुभम श्रीवास्तव (26) पुत्र भगवत श्रीवास्तव निवासी घसौली रोड नौगांव जिला छतरपुर ने सोमवार की रात झांसी में आत्महत्या कर ली. वह एमपी के बिजावर में लेखपाल के पद पर कार्यरत था. बरुआसागर थाना प्रभारी एएसपी अंजली विश्वकर्मा ने बताया कि सोमवार रात लगभग 2 बजे एमपी पुलिस ने शुभम श्रीवास्तव के गुमशुदा होने की सूचना और लोकेशन बरुआसागर झरने पास की दी थी.सूचना पर झांसी बरुआसागर पुलिस ने लोकेशन पर जाकर चारों तरफ तलाशी ली. तलाशने पर युवक का कहीं सुराग नहीं मिला. किनारे एक बैग मिला था. रात ज्यादा होने की वजह से तालाब में युवक को तलाशना मुश्किल था.
मंगलवार की सुबह 5 बजे गोताखोरों को बुलाकर तलाशा गया. तीन घंटे बाद शुभम का शव बरामद हो गया. शव मिलने के बाद एमपी पुलिस को सूचना दी गई. इसके बाद शुभम के परिजन मौके पर पहुंच गए. शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है.
सोशल मीडिया पर लिखा अलविदा : शुभम ने सोमवार रात लगभग 11बजे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अलविदा लिखकर पोस्ट किया था. इसके बाद उसने अपने ऑफिशियल वाट्सएप ग्रुप पर भी इसी तरह की पोस्ट की. ग्रुप में जुड़े लोगों ने पोस्ट के जवाब में उसको समझाते हुए कई सुझाव भी लिखे. इसी तरह की पोस्ट उसने अपने चाचा को भी भेजी तो सभी चिंतित हो गए. परिजनों ने शुभम को फोन किया तो उसने बताया कि वह आज बिजावर में ही रुकेगा. सोमवार रात एमपी पुलिस ने झांसी पुलिस को शुभम की आखिरी लोकेशन बरुआसागर बताई. सुसाइड नोट में आत्महत्या का कारण आध्यात्मिक भाषा में लिखा है. नोट में एक जगह लिखा है कि वह अयोध्या जाकर भगवान राम के दर्शन करना चाहता था. मृत्यु के बाद उसकी अस्थियां सरयू नदी में विसर्जित कर दी जाए. उसने किसी को दोषी नहीं ठहराया है. हालांकि सुसाइड नोट में कई ऐसी बातें हैं जिसे पुलिस भी नहीं समझ पा रही है.
मृत्यु का दंड उपन्यास में छुपे मौत के राज : मृतक के चाचा ने बताया कि शुभम पिछले दस दिनों से सुसाइड नोट का एक पन्ना रोज लिख रहा था. उसके सुसाइड नोट में हर पेज पर हर दिन की तारीख लिखी हुई है. उन्होंने बताया उसको कुछ समय से उपन्यास पढ़ने की लत लग गई थी. वह पिछले एक माह से 'मृत्यु का दंड' नामक उपन्यास अपने पास रखता था. वह उसे पढ़ रहा था. उनका कहना है की शायद पढ़ते-पढ़ते वह मानसिक तनाव में आ गया हो. उन्होंने हत्या की आशंका भी जताई है.
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