झांसी: सोनभद्र में एक जमीन विवाद के चलते हुई फायरिंग में 10 लोगों की हत्या के बाद सियासत तेज हो गई है. उत्तर प्रदेश प्रशासन ने प्रियंका गांधी को मृतकों के परिजनों से मिलने से रोक दिया था. इससे नाराज होकर प्रियंका गांधी मिर्जापुर में धरने पर बैठ गईं. प्रियंका गांधी के समर्थन में उतरी जनपद कांग्रेस कमेटी ने शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर का घेराव किया और सरकार विरोधी नारेबाजी की.
क्या है मामला
- सोनभद्र में जमीन विवाद के चलते हुई फायरिंग में 10 लोगों की हत्या के बाद सियासत तेज हो गई है.
- उत्तर प्रदेश प्रशासन ने प्रियंका गांधी को मृतकों के परिवार से मिलने से रोक दिया था.
- इससे गुस्साए कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधित्व कर रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य अपने गले में बेड़ी और हाथों में हथकड़ी लगाकर धरने पर बैठ गए.
धरने के दौरान प्रदीप जैन आदित्य ने ये कहा
- पूरे प्रदेश में इस समय अराजकता का माहौल है.
- जिस परिवार ने प्रदेश के मुखिया से महीनों तक अपनी जान बचाने की गुहार लगाई उसी परिवार का सामूहिक नरसंहार हो गया.
- इस निष्क्रिय सरकार को आज हम बताना चाहते हैं कि चाहे वह हमें काला पानी भेज दें या हाथों में हथकड़ियां लगा दें, लेकिन हम आम आदमी के हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे.
- हमारी ही नहीं, बल्कि पूरे देश की नेता प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलना चाहती थीं, लेकिन उन्हें मिलने से रोक दिया गया.
- देश के पीएम और प्रदेश के सीएम दोनों ही तानाशाही रवैया पर आ चुके हैं.
- जब तक प्रियंका गांधी उस पीड़ित परिवार से नहीं मिल लेंगी, हमारा धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा.
प्रियंका गांधी आज उस पीड़ित परिवार से मिलना चाहती थीं, लेकिन उन्हें मिलने से रोक दिया गया. जब तक प्रियंका गांधी उस पीड़ित परिवार से नहीं मिल लेंगी, हमारा धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा.
-प्रदीप जैन आदित्य, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांग्रेस